इंसान दूसरों के दिमाग में क्या चल रहा है कैसे समझ जाता है? साइंटिस्ट को ब्रेन खंगालने पर मिला ये जवाब
क्या कभी आपने सोचा है आपका दिमाग यह कैसे समझ लेता है कि सामने वाला व्यक्ति गुस्सा, खुश या नाराज है? इस लेख में आप अपने इस ब्रेन पावर के पीछे की असली वजह को समझ सकते हैं.
शिकागो स्थित नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन के वैज्ञानिकों की एक टीम ने ब्रेन के कुछ नए हिस्सों का पता लगाया है, जो सामाजिक संपर्कों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन हिस्सों का संबंध ब्रेन के पुराने हिस्से, जैसे एमिग्डाला से है, जो डर और भावनाओं से जुड़ा होता है. यह खोज खासतौर पर मानसिक समस्याओं जैसे चिंता और डिप्रेशन के इलाज में मददगार साबित हो सकती है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह खोज हमारे दिमाग के विकास के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर करती है, जिससे यह समझने में मदद मिलती है कि हम दूसरे लोगों के दिमाग में क्या चल रहा है, यह कैसे सोच सकते हैं. यह स्टडी साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित हुआ है, और इसके निष्कर्षों से मानसिक स्वास्थ्य उपचार में नई दिशा मिल सकती है.
सामाजिक संपर्क और मस्तिष्क के विकास
इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने यह जानने की कोशिश की है कि इंसान कैसे यह समझ पाते हैं कि दूसरों के दिमाग में क्या चल रहा है. शोधकर्ताओं के अनुसार, मस्तिष्क के जो हिस्से सामाजिक संपर्कों को सपोर्ट करते हैं, वे हाल ही में विकसित हुए हैं और इनका संबंध मस्तिष्क के प्राचीन हिस्से, एमिग्डाला से होता है. एमिग्डाला आमतौर पर खतरों का पता लगाने और डर से जुड़ा हुआ होता है, लेकिन अब यह सामाजिक व्यवहारों जैसे आक्रामकता, पालन-पोषण और सामाजिक-प्रभुत्व में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
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ब्रेन का यह हिस्सा करता है दूसरों को स्कैन
इस शोध के वरिष्ठ लेखक, डॉ. रोड्रिगो ब्रागा का कहना है, "हम अक्सर यह सोचते हैं कि दूसरा व्यक्ति क्या महसूस कर रहा है, क्या वह खुश है या परेशान है, क्या मैंने कुछ गलत कह दिया है?" उन्होंने यह भी बताया कि मस्तिष्क के ये हिस्से हमारे विकास के दौरान हाल ही में विस्तारित हुए हैं, जिसका मतलब है कि यह प्रक्रिया एक नई विकासात्मक घटना है.
एमिग्डाला और सोशल कॉग्निटिव नेटवर्क का कनेक्शन
वैज्ञानिकों ने यह पाया कि मस्तिष्क के जो हिस्से सामाजिक संपर्कों को बेहतर बनाते हैं, उन्हें "सोशल कॉग्निटिव नेटवर्क" कहा जाता है. ये नेटवर्क एमिग्डाला के साथ लगातार संपर्क में रहते हैं, और यह संचार हमेशा जारी रहता है. एमिग्डाला के भीतर एक विशेष हिस्सा होता है जिसे 'मेडियल न्यूक्लियस' कहा जाता है, जो सामाजिक व्यवहारों के लिए महत्वपूर्ण है. यह स्टडी पहला था जिसमें यह दिखाया गया कि एमिग्डाला का मेडियल न्यूक्लियस सोशल कॉग्निटिव नेटवर्क के नए विकसित हिस्सों से जुड़ा हुआ है.
मेंटल हेल्थ पर इफेक्ट
एक्सपर्ट का कहना है कि यह स्टडी चिंता और अवसाद जैसे मानसिक विकारों के इलाज के इलाज को नई दिशा दे सकता है. एमिग्डाला की अधिक सक्रियता चिंता और अवसाद में पाई जाती है, जो अत्यधिक भावनाओं और उनके नियंत्रण में मुश्किलें पैदा कर सकती है. स्टडी से यह पता चला है कि एमिग्डाला और सोशल कॉग्निटिव नेटवर्क के बीच का संबंध मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है.
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-एजेंसी-