खुलकर बात न कर पाना, मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है: स्टडी
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खुलकर बात न कर पाना, मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है: स्टडी

यदि आप या कोई आपका करीबी सही तरह से अपनी बातों और भावनाओं के व्यक्त नहीं कर पा रहा है, तो इसके पीछे कोई बूरा इरादा नहीं है. मेंटल हेल्थ से जुड़ी कंडीशन भी हो सकती है. 

 

खुलकर बात न कर पाना, मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है: स्टडी

बातचीत करना इंसानों की बेसिक नीड में शामिल है. इसके अभाव में मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. जब कोई प्रिय व्यक्ति हमारे दुःख या खुशी पर उस तरह प्रतिक्रिया नहीं करता जैसा हम उम्मीद करते हैं, तो यह अनुभव निराशाजनक होता है.

लेकिन मनोचिकित्सा के अनुसार, यदि ये संचार समस्याएं बार-बार एक ही व्यक्ति के साथ होती हैं, तो इसका कारण केवल उनके अच्छे इरादे का अभाव नहीं हो सकता। यह एक संभावित सामाजिक संज्ञान परिवर्तन का संकेत हो सकता है. हाल ही में मैकगिल विश्वविद्यालय मॉन्ट्रियल में हुई शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि सामाजिक संज्ञान और विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य विकारों के बीच संबंध है. 

क्या है सामाजिक संज्ञान 

सामाजिक संज्ञान वह क्षमता है जिसके माध्यम से हम दूसरों की भावनाओं को समझते हैं और उनके इरादों और विश्वासों का आकलन करते हैं. 

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मेंटल हेल्थ से कम हो सकती है क्षमता

मानसिक स्वास्थ्य विकारों के कारण दूसरे की भावनाओं को समझने और खुलकर बात करने के कौशल में कमी आ सकती है. शोध से पता चला है कि यह कमी कई मानसिक स्वास्थ्य विकारों जैसे डिप्रेशन, बायपोलर डिसऑर्डर और स्किज़ोफ्रेनिया में देखी जाती है.

रोजमर्रा के जीवन पर प्रभाव

हाल के अध्ययन से यह भी पता चला है कि बायपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों में सामाजिक संज्ञान में कमी उनके दैनिक जीवन में कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करती है. इस कमी के परिणामस्वरूप व्यक्ति की भावनाएं व्यक्त करने, दूसरों के साथ संबंध बनाने और सामाजिक जीवन में भागीदारी करने में बाधाएं आती हैं.

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बचाव के उपाय

सामाजिक संज्ञान को सुधारने के लिए कई उपाय विकसित किए गए हैं. इनमें विभिन्न अभ्यास शामिल हैं जो सामाजिक संज्ञान और मेमोरी में सुधार करने पर केंद्रित होते हैं. उदाहरण के लिए, रोगियों को यह पहचानने के लिए व्यायाम कराया जा सकता है कि दूसरे व्यक्ति की भावनाएं क्या हैं. इसके अतिरिक्त, कहानियों के माध्यम से सामाजिक संज्ञान का विकास किया जा सकता है, जहां पात्रों के इरादे धीरे-धीरे प्रकट होते हैं.

तकनीकी पहल

कोविड-19 महामारी के दौरान, शोधकर्ताओं ने डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके मानसिक स्वास्थ्य विकारों से पीड़ित लोगों के लिए ऑनलाइन समूह सत्र आयोजित किए.

परिवारों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

परिवार और मित्रों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि जब कोई व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य विकार से पीड़ित होता है, तो वह जानबूझकर चोट नहीं पहुंचा रहा होता. उनके साथ संवाद को बेहतर बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम उपलब्ध हैं, जो परिवार के सदस्यों को एक-दूसरे के साथ संबंध बनाए रखने में मदद करते हैं.

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