लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में एक नई उम्मीद की किरण नजर आई है. हाल ही में हुए एक शोध में पाया गया है कि इम्यूनोथेरेपी दवा लिवर कैंसर के उन मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जिनका इलाज ऑपरेशन से संभव नहीं है. मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, यह दवा ट्यूमर की ग्रोथ को धीमा करने में मदद कर सकती है और मरीजों को लंबा जीवन प्रदान कर सकती है.


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अध्ययन के मुताबिक, लिवर कैंसर के उन मरीजों पर यह दवा प्रभावी साबित हुई है, जिनकी सर्जरी या रेडियोथेरेपी के जरिए इलाज संभव नहीं था. इम्यूनोथेरेपी की इस नई दवा ने कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने और ट्यूमर के फैलाव को धीमा करने में प्रभावी नतीजे दिए हैं. इस दवा का काम शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करना है, ताकि वह कैंसर सेल्स से लड़ सके.


कैसे काम करती है यह दवा?
इम्यूनोथेरेपी दवा शरीर के इम्यून सिस्टम को बढ़ाकर कैंसर के ट्यूमर को टारगेट करती है. यह दवा उन प्रोटीन को ब्लॉक करती है, जो कैंसर सेल्स को शरीर के इम्यून सिस्टम से छिपने में मदद करते हैं. इसका सीधा असर ट्यूमर की ग्रोथ पर पड़ता है और यह आगे बढ़ने से रुक जाता है.


लिवर कैंसर के इलाज में क्रांति
विशेषज्ञों का कहना है कि यह दवा लिवर कैंसर के इलाज में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है. यह उन मरीजों के लिए एक बड़ी राहत है, जो ऑपरेशन कराने में असमर्थ हैं या जिनके लिए सर्जरी जोखिम भरी हो सकती है. हालांकि, इस दवा के दीर्घकालिक प्रभाव और उपयोग के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है.


मरीजों के लिए राहत की खबर
लिवर कैंसर विश्वभर में मौतों का प्रमुख कारण है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल लाखों लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवाते हैं. भारत में भी यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में इस दवा का आना मरीजों और डॉक्टरों दोनों के लिए राहत भरी खबर है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.