1.85 करोड़ रुपये की नकली दवाओं का भंडाफोड़, 2 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
जिन दवाओं को आप पूरे भरोसे के साथ ये सोचकर खाते हैं कि इससे बीमारी ठीक हो जाएगी, लेकिन क्या हो अगर ये नकली निकल जाए. महाराष्ट्र में ऐसा ही कुछ हुआ है.
Spurious drugs worth Rs 1.85 crore seized: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (Food and Drug Administration) यानी एफडीए (FDA) के अधिकारियों ने दो जगहों पर छापेमारी कर 1.85 करोड़ रुपये की नकली दवाएं जब्त की हैं.
नकली दवा बेचने का आरोप
अधिकारियों ने सोमवार को ये जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में भिवंडी (Bhiwandi) स्थित एक गोदाम और मीरा रोड स्थित एक अन्य प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई. एक अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में 2 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एफडीए के एक अधिकारी ने शिकायत में कहा कि जांच से पता चला है कि आरोपी नकली दवाएं बनाकर बेच रहे थे, झूठा दावा करते थे कि ये दवाएं मूल निर्माता (दवा कंपनियों) की हैं।.
कई राज्यों तक फैला कारोबार
शिकायत के मुताबिक, ये दवाएं कई राज्यों में भेजी गयीं, जिसकी वजह से मरीजों के साथ धोखा हुआ और पब्लिक हेल्थ के साथ खिलवाड़ किया गया. पुलिस ने शनिवार को आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता तथा औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया.
तफ्तीश जारी
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और एफडीए यह पता करने में जुटे हैं कि ये नकली दवाइयां कहां बनायी जा रही थीं, उसके लिए पैकेजिंग सामग्री कहां से जुटाये जा रही थीं और इन्हें (दवाओं को) बाजार में खपाने में कौन कौन लोग थे.
(इनपुट-भाषा)