आपका दिमाग किस तरह से काम करता है यह आपके लाइफस्टाइल और खानपान पर बहुत अधिक निर्भर करता है. अक्सर हम सोचते हैं कि ज्यादा शराब पीना या मीठे कोल्ड ड्रिंक्स पीना दिमाग को नुकसान पहुंचाता है. वहीं हालिया शोध में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है. 


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यूसीएल (UCL) की तरफ से कराए गए इस अध्ययन में बताया गया है कि दिमागी क्षमता को तेजी से कम करने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार स्मोकिंग है. शोध के नतीजे बताते हैं कि धूम्रपान करने वालों में धूम्रपान न करने वालों की तुलना में 85% तक तेजी से ब्रेन लॉस होता है. यानी सिगरेट छोड़ना सिर्फ आपके फेफड़ों के लिए ही नहीं बल्कि दिमाग के लिए भी जरूरी है.


शराब से ज्यादा खतरनाक सिगरेट

अध्ययन में शामिल शोधकर्ताओं का कहना है कि धूम्रपान से शरीर में सूजन बढ़ जाती है, जो दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है. साथ ही धूम्रपान ब्लड सर्कुलेशन को भी बाधित करता है, जिससे दिमाग तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व कम मात्रा में पहुंच पाते हैं. नतीजतन, दिमागी कोशिकाओं को नुकसान होता है और ब्रेन सही से अपने काम नहीं कर पाता है.

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सिगरेट नहीं छोड़ पा रहे तो करें ये काम


इसमें कोई दोराय नहीं कि सिगरेट छोड़ना बहुत ही मुश्किल होता है. ऐसे में जब तक सिगरेट की लत पूरी तरह से नहीं छूट पा रही है तब तक आप इसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल की आदतों को अपना सकते हैं. स्टडी में यह भी खुलासा हुआ है कि स्मोकिंग करने वाले ऐसे लोग जो नियमित एक्सरसाइज करते हैं, शराब कम से कम सेवन करते हैं, हेल्दी खाना खाते हैं उनमें ब्रेन फॉग का खतरा स्मोकिंग नहीं करने वालों जितना होता है. 


क्या आपको है ब्रेन फॉग? जानें लक्षण

ब्रेन फॉग की विशेषता भ्रम, भूलने की बीमारी और ध्यान और मानसिक स्पष्टता की कमी है. स्मोकिंग के अलावा ब्रेन फॉग यह अधिक काम करने, नींद की कमी, तनाव और कंप्यूटर पर बहुत अधिक समय बिताने के कारण भी हो सकता है.