Natural Way To Boost Brain: बुढ़ापे के साथ दिमाग की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है. हालांकि यह एक नेचुरल प्रक्रिया है इसे पूरी तरह से नहीं रोका जा सकता है. लेकिन इस प्रोसेस को धीमा जरूर कर सकते हैं. इसमें ये 5 ड्रिंक्स बहुत फायदेमंद साबित होते हैं.
गाजर को आंखों के लिए फायदेमंद माना जाता है लेकिन यह मस्तिष्क के लिए भी बहुत सेहतमंद होते हैं. इनमें बीटा-कैरोटीन की उच्च मात्रा होती है. गाजर का रस मस्तिष्क की कोशिकाओं की सूजन को कम कर सकता है और मेमोरी में सुधार कर सकता है. इसका सेवन भोजन के बाद हर दूसरे दिन किया जा सकता है.
बेरीज आहार के लिए सबसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों में से एक हैं. यह स्वास्थ्य और शरीर के हर हिस्से के लिए अच्छा है. दरअसल, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं. इसमें पौधों के रसायन-एंथोसायनिन भी होते हैं, जो मेमोरी को बूस्ट करने के लिए जाने जाते हैं.
चुकंदर का जूस हानिकारक मुक्त कणों से बचाने में मदद करता है. इसमें मौजूद नाइट्रेट होता ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करता है जो ब्रेन स्ट्रोक और डिमेंशिया से संबंधित होता है. इसके अलावा, चुकंदर कोशिका ऑक्सीजनेशन को बढ़ावा देने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद भी करता है.
अनार एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने से मुक्त कणों के प्रभावों को कम करने का काम करते है. अनार में रेड वाइन और ग्रीन टी की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट होता है. अनार के रस का सेवन रोजाना सुबह या दोपहर में किया जा सकता है.
ग्रीन जूस या स्मूदी ब्रेन के स्वास्थ्य की रक्षा करने में सहायक होते हैं. दरअसल, पालक, केल, ब्रोकोली समेत हरी सब्जियों में फोलेट और ल्यूटिन जैसे पोषक तत्व होने के साथ आयरन और मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में होता है. ये सभी पोषक तत्व मस्तिष्क के स्वास्थ्य, संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं और इसे न्यूरोडीजेनेरेटिव समस्याओं से भी बचाते हैं.
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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