नई दिल्ली: नियमित रूप से एक्सरसाइज करने के कई फायदे हैं. रेग्युलर एक्सरसाइज और वर्कआउट से न सिर्फ वजन घटाने में मदद मिलती है बल्कि यह कई बीमारियों से भी बचाने में मददगार है. हाल हुई में हुई एक स्टडी में नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि यानी फिजिकल एक्टिविटी करने का एक और फायदा सामने आया है. स्टडी के मुताबिक, नियमित रूप से एक्सरसाइज (Exercise) या फिजिकल एक्टिविटी करने से डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से बचने में मदद मिल सकती है. यह खासकर उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी है जो ऐसे इलाकों में रहते हैं जहां पर वायु प्रदूषण बहुत अधिक है. 


टाइप 2 डायबिटीज और शारीरिक गतिविधि के बीच है क्या लिंक


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यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज (EASD) के जर्नल डायबिटोलॉजिया में इस नई स्टडी के नतीजों को प्रकाशित किया गया है. हॉन्ग कॉन्ग के चाइनीज यूनिवर्सिटी में मेडिसिन फैकल्टी के डॉ कुई गुओ और प्रोफेसर लाओ जिआंग ने मिलकर इस स्टडी को किया जो अपने तरह की पहली स्टडी है जिसमें टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम पर शारीरिक गतिविधि और प्रदूषण जोखिम के संयुक्त प्रभावों की जांच की गई. 


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वायु प्रदूषण टाइप 2 डायबिटीज का अहम जोखिम कारक


इस बारे में कई सबूत सामने आए हैं जिसमें यह दिखाया गया है कि वायु प्रदूषण, टाइप 2 डायबिटीज के विकास के लिए एक नया जोखिम कारक है. ऐसे में शारीरिक गतिविधि की वजह से वायु प्रदूषकों को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने की मात्रा बढ़ जाती है जिससे वायु प्रदूषण के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभाव बढ़ जाते हैं. हालांकि इस बात की सीमित जानकारी मौजूद है कि टाइप 2 डायबिटीज के विकास के साथ वायु प्रदूषण और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करने के बीच कोई संबंध है. 


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अधिक गतिविधि करने वालों में डायबिटीज का खतरा 64 प्रतिशत कम


इस स्टडी में शामिल ऑथर ने 1 लाख 56 हजार 314 वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज की घटनाओं के साथ 2.5 एमएम से कम के डायमीटर के साथ नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करने और परिवेशी सूक्ष्म कणों के क्रॉनिक एक्सपोजर के एक साथ मिलने की जांच की. स्टडी के दौरान ताइवान में कुल 4 लाख 22 हजार 831 मेडिकल परीक्षाएं हुईं जहां PM 2.5 के कणों की सालाना सघनता WHO द्वारा अनुशंसित सीमा से लगभग 2.6 गुना अधिक है. इस दौरान मेडिकल जांच से डायबिटीज की पहचान की गई. स्टडी में शामिल जिन प्रतिभागियों ने फिजिकल एक्टिविटी अधिक की और जो कम पीएम 2.5 कणों के संपर्क में थे उनमें टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा 64 प्रतिशत कम था उन लोगों की तुलना में जिन्होंने कम शारीरिक गतिविधि की.


(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)


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