Side Effects Of Pulses: हम सभी ने अपने घरों में अक्सर बड़े-बुजुर्गों से ये बात कहते सुनी होगी, कि आहार में दाल-सब्जी जरूर खाना चाहिए. इसके पीछे का कारण यह है कि दाल और सब्जी दोनों ही सेहत को अनगिनत लाभ पहुंचाते हैं. खासकर दाल हमारी सेहत के लिए गुणकारी मानी गई है, क्योंकि दाल में पर्याप्त प्रोटीन होती है, जो कि शरीर के लिए बेहद जरूरी है. दाल खाने से बाल, स्किन सबकुछ अच्छा रहता है. लेकिन कभी आप ये सोच सकते हैं, कि इतने लाभ पहुंचाने वाली दाल हमारे सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है? जी हां, अगर आप दाल का जरूरत से ज्यादा सेवन करते हैं, तो ये पेट से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाता है. इस बार में कई न्यूट्रिशनिस्ट की भी राय यह कहती है कि दाल खाना सेहत के लिए अच्छा तो हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके लिए यह नुकसानदायक हो सकती है. तो आइय जानें किन लोगों को दाल का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए...


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दाल को लेकर यहां जानें सच-


कुछ न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक सही मात्रा में न्यूट्रिशियन लेने से हमारी डायेजेस्टिव सिस्टम पर काफी असर करता है. जैसे- फाइबर से भरपूर खाना, मोटा अनाज, साबुत अनाज, फल और सब्जियां यह हमारे पाचन क्रिया में काफी हद तक प्रभावित करता है. 


पेट में तुरंत पचने वाली चीजें-


1. साबुत अनाज- साबुत अनाज, जिसमें साबुत गेहूं, जई, जौ, एक प्रकार का अनाज, ब्राउन राइस, क्विनोआ और पॉपकॉर्न शामिल हैं, पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर होते हैं. पोषक तत्वों और फाइबर से भरे हुए, वे मल को बढ़ाते हैं और कब्ज को रोकते हैं.


2. फल- आपके पाचन तंत्र के लिए सबसे अच्छे फल सेब, नाशपाती, केला, रसभरी और पपीता हैं, क्योंकि इनमें फाइबर के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर पानी भी होता है. वे स्वस्थ आंत्र आदतों को बढ़ावा देते हैं और पेट की परेशानी को कम करते हैं.


3. फर्मेंटेड फूड- दही, किमची, कोम्बुचा, मिसो और मसालेदार खीरे सहित प्रोबायोटिक वाले खाने पेट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. वे आंत में फायदेमंद बैक्टीरिया के संतुलन का समर्थन करते हैं और बीमार करने वाली बैक्टिरीया से सुरक्षित रखती है. पाचन में सुधार करते हैं, और सूजन और गैस को कम करते हैं.


पाचन के लिए सबसे खराब खाना 


1. दाल और फलियां- ये कभी-कभी पेट में दर्द पैदा कर सकते हैं. जो लोग गैस के प्रति संवेदनशील हैं, उन्हें खाना पकाने के सोडा के साथ भिगोने और प्रेशर कुक करने की सलाह दी जाती है, जिससे गैस कम बनता है.


2. तला हुआ खाना- पकौड़े, बर्गर, नूडल्स और भटूरे जैसे जंक फूड में फाइबर कम होता है और इसके परिणामस्वरूप डायरिया और कब्ज हो सकता है.


3. प्रोसेस्ड फूड- डिब्बे में बंद फूड, फ्रोजन और पैकेज्ड फूड पोषक तत्वों से रहित होते हैं, चीनी में उच्च, फाइबर में कम और संरक्षक होते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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