Benefits of Paschimottanasana: तनाव को दूर भगा देगा यह 1 आसन, जानिए करने का आसान तरीका और जबरदस्त फायदे
(benefits of Paschimottanasana) इस खबर में हम आपके लिए पश्चिमोत्तानासन के फायदे और इसे करने का तरीका बता रहे हैं.
(benefits of Paschimottanasana) हम देखते हैं कि भागदौड़ भरी इस जिंदगी में ज्यादातर लोग काम के चक्कर में इतने प्रेशर और टेंशन में आ जाते हैं कि वे न तो आराम ही कर पाते हैं और न ही खुद के लिए समय निकाल पाते हैं. लिहाजा स्ट्रेस, डिप्रेशन और तनाव उन्हें अपने आगोश में ले लेता है. इसके बाद उनका मन भी एकाग्र नहीं हो पाता. इन मानसिक स्थितियों से निपटने के लिए लोग महंगी दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन योग के जरिए भी आप तनाव को दूर भगा सकते हैं.
इस बात का रखें विशेष ख्याल
आज हम आपके लिए लेकर आए हैं पश्चिमोत्तानासन के फायदे. इसका नियमित अभ्यास मन को शांत करता है और तनाव से भी छुटकारा दिलाता है. योग एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यदि आपको अस्थमा, दस्त या पीठ में दर्द है तो इस आसन को करने से बचें. गर्भवती महिलाएं इसे न करें.
क्या है पश्चिमोत्तानासन (What is Paschimottanasana)
पश्चिमोत्तानासन शब्द संस्कृत के मूल शब्दों से बना है 'पश्चिम' जिसका अर्थ है 'पीछे' या 'पश्चिम दिशा', और 'तीव्र खिंचाव' है और आसन जिसका अर्थ है 'बैठने का तरीका'. इसका सम्पूर्ण मतलब इस आसन में बैठ कर शरीर के बीच के हिस्से में तीव्र खिंचाव पैदा करना है, ताकि शरीर की ऊर्जा को नियंत्रित किया जा सके.
पश्चिमोत्तानासन करने की विधि (Method of doing Paschimottanasana)
सबसे पहले एक चटाई पर सीधी अवस्था में बैठ जाएं.
अब अपनी टांगों को आगे की दिशा में फैला लें.
अपनी बाजुओं को सीधा करके उन्हें आगे की दिशा में ले जाएं
अब अपनी बाजुओं से पैरों की उंगलियां पकड़ने की कोशिश करें.
इस दौरान अपनी नाक से घुटनों को टच करने की कोशिश करें.
इस दौरान घुटने और दोनों बाजू सीधी रखें.
इस आसन को रोजाना कम से कम 3-4 बार करें.
पश्चिमोत्तानासन के जबरदस्त फायदे (Amazing benefits of Paschimottanasana)
पाचन तंत्र में सुधार के लिए भी आप इस आसन को प्रतिदिन कर सकते हैं.
इस आसन से उच्च रक्तचाप, अनिद्रा और बांझपन का भी उपचार किया जा सकता है.
पेट और कूल्हों की चर्बी को कम करने के लिए यह आसन बेहद लाभकारी है.
इस आसन से थकान, तनाव और डिप्रेशन तो दूर होता है.
मोटापा कम करने के लिए भी यह एकदम पर्फेक्ट आसन है.
स्पर्म संबंधी समस्याओं में भी यह आसन मददगार है.
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यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.