पेट की चर्बी से बढ़ता है हार्ट फेल होने का खतरा, जानिये BMI से क्या है कनेक्शन
पेट की बढ़ी हुई चर्बी ना सिर्फ हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ाती है। यह बात हाल ही में करीब 3 लाख 60 हजार लोगों पर हुए एक अध्ययन में सामने आई है। शोधकर्ताओं ने पाया कि तोंद का 10 सेमी बढ़ना हार्ट अटैक के खतरे को 29 फीसदी तक बढ़ा देता है।
लंदन : पेट की बढ़ी हुई चर्बी ना सिर्फ हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ाती है। यह बात हाल ही में करीब 3 लाख 60 हजार लोगों पर हुए एक अध्ययन में सामने आई है। शोधकर्ताओं ने पाया कि तोंद का 10 सेमी बढ़ना हार्ट अटैक के खतरे को 29 फीसदी तक बढ़ा देता है।
शोधकर्ताओं ने कहा- 'खासतौर पर सामान्य से अधिक वजन वाले लोगों में यह खतरा सामान्य वजन वालों की तुलना में 35 फीसदी तक ज्यादा हो जाता है।' उन्होंने बताया कि 25 और 30 किलोग्राम प्रति वर्गमीटर बॉडी मास इंडेक्स पर खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि यह सामान्य से अधिक वजन है। कमर से नीचे के हिस्से की चर्बी ज्यादा होने से भी हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। अध्ययन में खासतौर पर बॉडी मास इंडेक्स और उससे जुड़े खतरों पर ध्यान दिया गया है, जिनमें हार्ट से जुड़े खतरे भी शामिल हैं।
बीएमआई यूनिट में प्रति पांच यूनिट की वृद्धि पर खतरा 26 फीसदी तक बढ़ जाता है। दरअसल, सामान्य से अधिक वजन और अतिरिक्त चर्बी से हार्ट मसल्स से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो निश्चित तौर पर हार्ट फेल होने का बड़ा कारण माना जाता है। अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि शारीरिक गतिविधियां और ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों के साथ प्राकृतिक (पौधों से उत्पन्न) आहार ग्रहण कर इस खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही पूरे अनाज भी वजन नियंत्रित करने और तोंद को कम करने में मदद करते हैं।