एक नए शोध से पता चला है कि स्कूल यूनिफॉर्म की पॉलिसी युवाओं, खासकर प्राथमिक स्कूल की लड़कियों को फिजिकल एक्टिविटी में भाग लेने से रोक सकती हैं. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के इस अध्ययन में दुनिया भर के 5 से 17 साल के एक मिलियन (10 लाख) से अधिक बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया. अध्ययन से पता चला कि जिन देशों में ज्यादातर स्कूलों में वर्दी अनिवार्य है, वहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा अनुशंसित 60 मिनट रोजाना की शारीरिक एक्टिविटी कम छात्र पूरा कर पाते हैं.


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यूनिफॉर्म पॉलिसी से परे, ज्यादातर देशों में लड़कियों की तुलना में लड़कों की कम संख्या अनुशंसित एक्सरसाइज लेवल तक पहुंचती है. हालांकि, प्राथमिक स्कूल के छात्रों में, लड़कियों और लड़कों के बीच एक्टिविटी में अंतर उन देशों में अधिक पाया गया जहां ज्यादातर स्कूल वर्दी पहनाने के लिए मजबूर करते थे. माध्यमिक स्कूल के छात्रों में समान परिणाम नहीं पाया गया.


क्या कहते हैं शोधकर्ता
शोधकर्ता बताते हैं कि यह इस फैक्ट्स से समझाया जा सकता है कि छोटे बच्चे बड़े छात्रों की तुलना में पूरे स्कूल डे में अधिक कैजुअल एक्सरसाइज करते हैं. उदाहरण के लिए, ब्रेक और लंच के समय दौड़ने, चढ़ने और विभिन्न अन्य प्रकार के एक्टिव खेल के माध्यम से. पहले से ही इस बात के सबूत मौजूद हैं कि लड़कियां स्कर्ट या ड्रेस जैसे कुछ प्रकार के कपड़े पहनने पर एक्टिव खेल में भाग लेने में कम सहज महसूस करती हैं.


शोध के परिणाम
गौरतलब है कि, शोध परिणाम निश्चित रूप से यह साबित नहीं करते कि स्कूल यूनिफॉर्म बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी को सीमित करती है और शोधकर्ता इस बात पर जोर देते हैं कि 'कारण का अनुमान नहीं लगाया जा सकता'. हालांकि, पिछले छोटे अध्ययनों से इन निष्कर्षों का समर्थन होता है, जो इशारा करता है कि यूनिफॉर्म एक रुकावट बन सकती है. पहली बार, शोध इस दावे का आकलन करने के लिए बड़े पैमाने पर स्टैटिक्स प्रमाण की जांच करता है.


एक्सपर्ट की राय
इस अध्ययन का नेतृत्व कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ एजुकेशन और MRC एपिडेमियोलॉजी यूनिट की शोधकर्ता डॉ. माइरीड रेयान ने किया था. उन्होंने कहा कि स्कूल विभिन्न फैक्टर से अक्सर यूनिफॉर्म का उपयोग करना पसंद करते हैं. हम उन पर पूर्ण बैन लगाने का सुझाव नहीं दे रहे हैं, बल्कि निर्णय लेने में मदद के लिए नए प्रमाण प्रस्तुत करना चाहते हैं. स्कूल कम्युनिटी डिजाइन पर विचार कर सकते हैं और क्या यूनिफॉर्म की स्पेशल विशेषताएं पूरे दिन फिजिकल एक्टिविटी के अवसरों को बढ़ावा या बैन कर सकती हैं.


लड़कियों को हो रही ज्यादा दिक्कतें
WHO सलाह देता है कि युवाओं को हर हफ्ते औसतन कम से कम 60 मिनट व्यायाम करना चाहिए. अध्ययन पिछले ऑब्जरवेशन की पुष्टि करता है कि ज्यादातर बच्चे और किशोर इस चीज को पूरा नहीं कर रहे हैं, खासकर लड़कियां. सभी देशों में फिजिकल एक्टिविटी की गाइडलाइन्स को पूरा करने वाले लड़कों और लड़कियों के प्रतिशत में अंतर औसतन 7.6 प्रतिशत अंक था.