सोयाबीन की खेती में कैमिकल के इस्तेमाल से बच्चों में कैंसर, अध्ययन में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
सोया की खेती इस्तेमाल होने वाला कीटनाशक बच्चों में कैंसर के लिए जिम्मेदार है. ब्राजील में हुए एक अध्ययन में यह जानाकरी सामने आई है. इस अध्ययन को पीएनएस नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.
सोया की खेती इस्तेमाल होने वाला कीटनाशक बच्चों में कैंसर के लिए जिम्मेदार है. ब्राजील में हुए एक अध्ययन में यह जानाकरी सामने आई है. इस अध्ययन को पीएनएस नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.
अध्ययन के शोधकर्ताओं ने बताया कि पिछले कुछ सालों में किसानों ने प्राकृतिक खेती से दूरी बनाई और सोया की खेती शुरू की. शोधकर्ताओं के मुताबिक सोया की फसल उगाने में खासकर ग्लाइफोसेट रसायनों का का इस्तेमाल किया जाता है. फिर यही ग्लाइफोसेट देश की नदियों के माध्यम से घूमता रहता है और आखिरकार इस पानी का इस्तेमाल बच्चों में कैंसर का कारण बनता है. अध्ययन की शुरुआत में टीम ने अनुमान लगाया कि जिन क्षेत्रों में उन्होंने सर्वेक्षण किया, वहां रहने वाले करीब आधे परिवार पानी की आपूर्ति के लिए सिर्फ कुओं पर निर्भर थे.
बीमारी का इलाज संभव
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि दस साल तक के बच्चों में ल्यूकीमिया से होने वाली लगभग आधी मौतें कीटनाशकों के बढ़ते प्रभाव से जुड़ी हैं. लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकीमिया गंभीर बीमारी है, लेकिन इसका उपचार संभव है. उन्होंने पाया कि सोया खेती के विस्तार के बाद इससे बीमारी से मरने वाले वही बच्चे थे, जो इस अस्पताल से 100 किलोमीटर से ज्यादा दूर रहते थे.
अमेजन में सोया की खेती 20 गुना बढ़ी
बीते दशकों में सोयाबीन की उच्च वैश्विक मांग के कारण ब्राजील के अमेजन क्षेत्र के लोग मवेशी उत्पादन के बजाय सोया की खेती करने लगे. ब्राजील इस समय दुनिया का सबसे बड़ा सोया उत्पादक देश है. शोधकर्ताओं के मुताबिक सा 2000 से 2019 तक सेराडो क्षेत्र में सोया उत्पादन तीन गुना हो गया, जबकि अमेजन क्षेत्र में यह वृद्धि 20 गुना तक देखी गई.