इस खास मसाले के सेवन से टल सकता है कैंसर जैसी बीमारी का खतरा! जानें और भी फायदे
Dalchini In Cancer Disease: मसालों में दालचीनी को हम सभी सब्जियां बनाने में इस्तेमाल करते हैं. दालचीनी का एक-दो टुकड़ा ही भोजन में स्वाद लाने के लिए काफी होता है. साथ ही ये कैंसर जैसी बीमारी से भी बचाता है.
Dalchini In Cancer Disease: पौष्टिक भोजन के साथ ही मसाले भी हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं. इनके गुण हमें कई बीमारियों से बचाते हैं. चाहे वो घर का खाना हो या फिर हलवाई के हाथ का बना हो, मसालों का उपयोग भोजन के स्वाद को कई गुना बढ़ा देता है. सभी मसालों के अपने-अपने गुण होते हैं. ऐसा ही एक मसाला है दालचीनी. यह मसाला कई गुणों की खान माना जाता है. हर घर में दालचीनी का प्रयोग भोजन बनाने में जरूर किया जाता है. कई लोग इसे सब्जी में डालते हैं, कुछ लोग पुलाव में डालते हैं. आपको बता दें, दालचीनी कैंसर जैसी बीमारी से भी आपको बचाने में मददगार है. आज इसी के गुणों को लेकर हम बात करेंगे. तो चलिए जानें...
दालचीनी की कितनी मात्रा सही
दाल चीनी का प्रयोग लगभग हर देश में होता है. लेकिन भोजन में इसकी कितनी मात्रा होनी चाहिए, ये निर्भर करता है. क्योंकि इसे स्वाद अनुसार ही डाला जाता है. सब्जियां बनाने में आप आधा चम्मच या एक चम्मच दालचीनी का प्रयोग कर सकते हैं. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि हर दिन अधिक मात्रा में दालचीनी के सेवन से पेट, लिवर, किडनी संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं. वहीं, इसके लाभ देखने के लिए इसे संयमित मात्रा में ही खाएं. अगर आप दालचीनी को लकड़ी को रूप में प्रयोग कर रहे हैं, तो भोजन में आधी लड़की ही काफी है.
दालचीनी के फायदे
1. दालचीनी एंटीफंगल, एटीं ऑक्सीडेंट होती है. मसालों में एक पॉलीफेनाल्स नामक प्लांट कंपाउंड पाया जाता है. यह एक एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है. दालचीनी में भी यह पाया जाता है. ये मसाला एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल होता है. इसका प्रयोग चाइनीज हर्बल दवाओं में किया जाता है. यह बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण से बचाने में काफी मदद करता है.
2. दालचीनी कैंसर जैसी बीमारी से बचने में कारगर है. ये कैंसर की सेल्स की ग्रोथ को कम करती है. एक रिसर्च में सामने आया है कि दालचीनी का असर कैंसर के विकसित होने पर भी देखा जाता है. ब्लड वेसल्स में यदि कैंसर संबंधी तत्वों का निर्माण हो रहा है तो यह उसे खत्म करता है.
3. दालचीनी के इस्तेमाल से डाइबिटीज, हार्ट डिसीज का खतरा भी कम होता है. दालचीनी का सेवन टाइप 2 डाइबिटीज में फायदेमंद होता है. यह ब्लड शुगर में इंसुलिन को नियंत्रित करने का काम करती है. इससे डाइबिटीज का खतरा भी कम होता है. वहीं, दालचीनी ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने के काम आती है. इसके इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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