चीन में तांडव मचा रही नई महामारी कितनी खतरनाक? लोगों को सताने लगा कोरोना जैसा डर! जानिए इस बीमारी के बारे में सबकुछ
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चीन में तांडव मचा रही नई महामारी कितनी खतरनाक? लोगों को सताने लगा कोरोना जैसा डर! जानिए इस बीमारी के बारे में सबकुछ

चीन में एक बार फिर रहस्यमयी बीमारी ने दस्तक दी है, जिससे वहां की हेल्थ सिस्टम पर भारी दबाव पड़ रहा है. यह स्थिति लोगों को कोरोना महामारी के शुरुआती दौर की याद दिला रही है.

चीन में तांडव मचा रही नई महामारी कितनी खतरनाक? लोगों को सताने लगा कोरोना जैसा डर! जानिए इस बीमारी के बारे में सबकुछ

New virus outbreak in China: चीन में एक बार फिर रहस्यमयी बीमारी ने दस्तक दी है, जिससे वहां की हेल्थ सिस्टम पर भारी दबाव पड़ रहा है. अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं और कई स्थानों पर हालात इतने बिगड़ गए हैं कि श्मशान घाटों पर जगह की कमी हो रही है. यह स्थिति लोगों को कोरोना महामारी के शुरुआती दौर की याद दिला रही है. सवाल उठता है कि यह बीमारी क्या है, कितनी खतरनाक है और क्या दुनिया को फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा?

चीनी मीडिया और हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस बार समस्या का केंद्र है 'ह्यूमन मेटा-पन्यूमो वायरस (HMPV)'. यह एक वायरस है, जो मुख्य रूप से सांस की समस्याओं का कारण बनता है. यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक प्रभावित कर रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह वायरस कोरोना जितना खतरनाक तो नहीं है, लेकिन इसके लक्षण और तेजी से फैलने की क्षमता चिंता का विषय है.

RSV और इन्फ्लुएंजा का भी कहर
HMPV के अलावा, चीन में अन्य वायरस भी फैल रहे हैं, जिनमें RSV (रेस्पिरेटरी सिन्सिशियल वायरस) और इन्फ्लुएंजा प्रमुख हैं. ये सभी वायरस मिलकर संक्रमण की दर को बढ़ा रहे हैं और हालात को और गंभीर बना रहे हैं.

HMPV के लक्षण और खतरनाक प्रभाव
HMPV के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम की तरह शुरू होते हैं, जैसे खांसी, बुखार, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ और कमजोरी. लेकिन यह गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रॉन्काइटिस का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में. चिकित्सकों के अनुसार, इस वायरस का फिलहाल कोई विशेष टीका या दवा उपलब्ध नहीं है. इसका इलाज केवल लक्षणों को कंट्रोल करने के आधार पर किया जा रहा है.

चीन में बिगड़ते हालात
चीन के कई बड़े शहरों में अस्पताल क्षमता से अधिक भरे हुए हैं. डॉक्टर और नर्स 24 घंटे काम कर रहे हैं. श्मशान घाटों पर लाशों की संख्या बढ़ रही है, जिससे लोगों के बीच दहशत फैल गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV और अन्य वायरस का प्रभाव अभी क्षेत्रीय स्तर तक सीमित है. हालांकि, यह जरूरी है कि दूसरे देश इस पर नजर रखें और अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को तैयार रखें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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