विटामिन डी बॉडी के लिए बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है, इसकी कमी से हड्डियों के कमजोरी का खतरा होता है. लेकिन हाल ही में हुए रिसर्च में विटामिन डी की कमी और बच्चों में एक्जिमा स्किन कंडीशन होने की संभावनाओं के बीच संबंध देखा गया है.


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वर्ल्ड एलर्जी जर्नल ऑर्गनाइजेशन में प्रकाशित शोध के अनुसार विटामिन डी का सीधा संबंध एलर्जेन सेंसिटाइजेशन से होता है. यानी विटामिन डी की कमी से एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों के बढ़ने का खतरा अधिक होता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि बचपन में विटामिन डी की कमी से बच्चों में एटॉपिक डर्मेटाइटिस की समस्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में जरूरी है कि पेरेंट्स अपने बच्चों को विटामिन डी से भरपूर इन फूड्स का सेवन नियमित करवाएं.


1. फैटी फिश 

सामन, मैकेरल और टूना जैसी फैटी फिश विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत हैं. इन मछलियों को हफ्ते में 2 बार बच्चों को खिलाने से उनकी विटामिन डी की जरूरत पूरी हो सकती है. 


2. अंडे 

अंडे की जर्दी विटामिन डी का अच्छा स्रोत है. ऐसे में इसका सेवन बच्चे को विटामिन डी की कमी से बचाने में मददगार साबित हो सकता है. इतना ही नहीं अंडे प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं, जो बच्चों के विकास के लिए जरूरी हैं. 


3. दूध 

दूध बच्चों के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है. बच्चों को दिन में 1-2 गिलास दूध पिलाने से उनकी पोषण संबंधी जरूरतें पूरी हो सकती हैं. आप विटामिन डी फोर्टिफाइड दूध भी चुन सकते हैं.

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4. खमीर 

पोषण खमीर विटामिन डी से भरपूर होता है. आप दाल, सब्जी या सूप में एक चम्मच पोषण खमीर डालकर बच्चों को खिला सकते हैं. 


5. मशरूम 

कुछ मशरूम, जैसे कि पोर्टोबेलो, विटामिन डी का अच्छा स्रोत होते हैं. आप बच्चों के लिए मशरूम की सब्जी बना सकते हैं या उन्हें सलाद में शामिल कर सकते हैं. विटामिन डी के लिए यदि मशरूम खा रहे हैं तो इसे बनाने से पहले धूप में रखना फायदेमंद होता है.


इस बात का भी रखें ध्यान

विटामिन डी पाने का सबसे अच्छा प्राकृतिक तरीका है सुबह की धूप. बच्चों को सुबह 10 बजे से पहले की धूप में 15-20 मिनट खेलने दें. इससे उनकी त्वचा प्राकृतिक रूप से विटामिन डी का निर्माण करेगी.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.