धीरे चलोगे तो बीमारी गले पड़ेगी! तेज रफ्तार वाले बन रहे हैं सेहत के चैंपियन, डायबिटीज भी रहेगी दूर
एक नई स्टडी के अनुसार, तेज चलने वाले लोगों में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) का खतरा उन लोगों की तुलना में कम होता है, जो धीमी गति से चलते हैं.
हमारी लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधियों का हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ता है. एक नई स्टडी के अनुसार, तेज चलने वाले लोगों में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) का खतरा उन लोगों की तुलना में कम होता है, जो धीमी गति से चलते हैं. यह शोध सेहतमंद लाइफस्टाइल अपनाने और नियमित शारीरिक गतिविधि के महत्व को उजागर करता है.
शोधकर्ताओं के अनुसार, तेज गति से चलने वाले लोगों का मेटाबॉलिज्म बेहतर तरीके से काम करता है. तेज चलने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, कैलोरी बर्न होती है और इंसुलिन की सेंसिटिविटी बढ़ती है. यह डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही, तेज चलने से दिल हेल्दी रहता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है.
शोध में यह भी पाया गया कि तेज चलने वाले लोग शारीरिक रूप से अधिक फिट और एक्टिव होते हैं. उनकी हड्डियां मजबूत होती हैं और वजन बैलेंस रहता है, जो उन्हें कई अन्य बीमारियों से बचाने में मदद करता है.
कैसे हुई स्टडी?
यह स्टडी हजारों लोगों पर किए गए शोध के आधार पर की गई. इसमें प्रतिभागियों की चलने की गति, सेहत रिकॉर्ड और उनकी लाइफस्टाइल का विश्लेषण किया गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि तेज गति से चलने वाले लोगों में डायबिटीज और हाइपरटेंशन का खतरा 30-40% तक कम था.
तेज चलने के अन्य फायदे
दिल की सेहत में सुधार: तेज चलने से दिल मजबूत होता है और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम होता है.
वजन घटाने में मददगार: तेज चलने से कैलोरी जल्दी बर्न होती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है.
मेंटल हेल्थ में सुधार: तेज चलने से तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है.
डिजीज रिस्क कम: यह डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ स्ट्रोक और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को भी कम करता है.
कैसे शुरू करें?
जो लोग तेज चलने की आदत नहीं रखते हैं, वे शुरुआत में रोजाना 10-15 मिनट तेज चलने का अभ्यास कर सकते हैं. धीरे-धीरे इसे 30 मिनट तक बढ़ाएं. सप्ताह में कम से कम 5 दिन यह आदत अपनाने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.