Anxiety in night: अक्सर लोग रात में अधिक एंग्जाइटी (चिंता) महसूस करते हैं. एंग्जाइटी से जूझ रहे लोगों को रात में इसे सामना करने में कठिनाई होती है. अत्यधिक चिंता और भय की भावना मन में घुस जाती है और लोग अपने विचारों को संभालने में कठिनाई महसूस करते हैं. ज्यादा सोचने से स्थिति और बिगड़ जाती है. लेकिन हम रात में अधिक चिंता क्यों महसूस करते हैं? इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. लेकिन, इससे पहले जान लेते हैं कि एंग्जाइटी है क्या?


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एंग्जाइटी (Anxiety) एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति में अधिक मात्रा में तनाव, चिंता, घबराहट और असुरक्षा की भावना होती है. यह मानसिक समस्या व्यक्ति के दैनिक जीवन, सामाजिक संबंध, ऑफिस के काम और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. एंग्जाइटी डिप्रेशन, सामान्य से अधिक चिंता या फोबिया हो सकती हैं. इससे व्यक्ति को सामान्य दिनचर्या और गतिविधियों को संभालने में परेशानी हो सकती है.


रात में ज्यादा एंग्जाइटी के कारण?


प्रतिकूल विचारों की कमी: रात का समय में सब कुछ शांत हो जाता है और हम अपने विचारों के साथ अकेले रह जाते हैं. इसलिए, एंग्जाइटी और परेशानियां आसानी से उभरती हैं.


थकान: थकान नकारात्मक विचारों को बढ़ावा दे सकती है. रात में यदि हम थके हुए होते हैं, तो हम अपनी चिंताओं और भय के बारे में बहुत अधिक सोचना शुरू कर देते हैं. यही कारण है कि हमें रात के समय अधिक एंग्जाइटी का अनुभव होता है.


हार्मोनल परिवर्तन: रात में कोर्टिसोल का स्तर कम हो जाता है, जिससे चिंताजनक विचार तेज हो जाते हैं और हमें अधिक भय व चिंता महसूस होती है.


नियंत्रण की कमी: सुबह जब हम उठते हैं और दौड़ते हैं, तो हमें लगता है कि चीजें हमारे नियंत्रण में हैं. लेकिन रात में इसका उल्टा होता है. हम महसूस कर सकते हैं कि पर्यावरण पर हमारा नियंत्रण नहीं है. इससे हम और अधिक चिंतित हो जाते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)