Yogasana for mothers: अगर इस धरती पर सबसे मुश्किल काम की बात की जाए, तो मां बनना उसमें जरूर शामिल होगा. क्योंकि, मां होना ना सिर्फ एक जिम्मेदारी वाला काम है, बल्कि थका देने वाला भी है. सुबह से लेकर रात और सोमवार से लेकर रविवार तक मां की ड्यूटी में कोई ब्रेक नहीं होता. इसलिए Actress Malaika Arora ने हर मां के लिए 3 योगासान बताए हैं, जिससे उन्हें शांति और आराम मिलेगा. बता दें कि मलाइका अरोड़ा का भी एक बेटा है और वह 47 की उम्र में भी खुद को एकदम फिट रखती हैं.


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Yoga for mother: हर मां के लिए 3 जरूरी योगासन


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1. वृक्षासन - Vrikshasana

Malaika Arora ने बताया कि हर मां वृक्षासन का अभ्यास करने से शरीर का पोस्चर और बैलेंस सुधार सकती है. यह शरीर के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाता है. वृक्षासन करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं. इसके बाद अपना दायां पैर मोड़कर दायां तलवा बाएं घुटने के पास टिका लें और शरीर का संतुलन बनाने की कोशिश करें. जब संतुलन बन जाए, तो गहरी सांस लेती हुई हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर नमस्ते मुद्रा में बनाइए. इसी तरह कुछ देर बनी रहें.


2. त्रिकोणासन - Trikonasana (Yoga for mother's health)
त्रिकोणासन का अभ्यास स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभदायक है. क्योंकि, यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है. सबसे पहले अपने पैरों को कमर से थोड़ा ज्यादा खोलकर खड़ी हो जाइए. अब दाएं पंजे को बाहर की तरफ घुमाएं. इसके बाद हाथों को दोनों तरफ फैला लें और सांस छोड़ते हुए कमर से दाएं पैर की तरफ झुकें. दाएं हाथ को दायीं एड़ी तक छूने की कोशिश करें और सिर को बाएं हाथ की तरफ आसमान की ओर रखें. इसके बाद सांस लेते हुए ऊपर आ जाएं और फिर दूसरी तरफ से भी ऐसा करें.


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3. उत्कटासन - Utkatasana
उत्कटासन करने से महिलाएं खासतौर से कमर के साथ पूरे शरीर की स्ट्रेंथ बढ़ा सकती हैं. वहीं, इससे कंधों की अकड़न भी दूर की जा सकती है. उत्कटासन करने के लिए थोड़ा-सा पैर खोलकर खड़ी हो जाएं. शरीर को सीधा रखें और दोनों हाथों को सामने की तरफ फैला लें और हथेलियों को जमीन की तरफ रखें. अब कमर और गर्दन को सीधा रखते हुए घुटनों को मोड़ते हुए कूल्हों को घुटनों के बराबर ले जाएं. इस अवस्था में आपकी मुद्रा ऐसी होगी, जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठी हैं. इसी स्थिति में कुछ देर रहें और थक जाने पर जमीन पर लेटकर आराम करें.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.