आसमान से बिजली गिरने से पहले शरीर देता है संकेत, भूलकर भी न करें ये 9 गलतियां; हो जाएगी मौत!
Lightning Strike: क्या आप जानते हैं कि बिजली गिरने से पहले हमारा शरीर हमें कुछ संकेत देता है? अगर आप इन संकेतों को पहचान लें और कुछ सावधानियां बरतें, तो आप इस खतरे से बच सकते हैं.
Signs of lightning strike: बरसात का मौसम है और इस मौसम में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा अक्सर रहता है. आंकड़ों की बात करें तो हर साल भारत में हजारों लोग बिजली गिरने की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिजली गिरने से पहले हमारा शरीर हमें कुछ संकेत देता है? अगर आप इन संकेतों को पहचान लें और कुछ सावधानियां बरतें, तो आप इस खतरे से बच सकते हैं.
बिजली क्यों गिरती है?
बादलों में इलेक्ट्रिक चार्ज अनबैलेंस होने के कारण बिजली गिरती है. अमेरिकी विभाग NOAA NSSL के मुताबिक, बादलों के बीच या बादल और जमीन के बीच अलग-अलग चार्ज मौजूद होते हैं, जिनको पॉजीटिव और नेगेटिव चार्ज कहते हैं. जब यह पॉजीटिव और नेगेटिव चार्ज अनबैलेंस होने लगते हैं भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिसके कारण बिजली चमकती है और गरजती है. यह बिजली बादलों के बीच या बादलों और जमीन के बीच गिर सकती है.
बिजली गिरने से पहले किस तरह मिलते हैं संकेत?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के नागपुर केंद्र की वेबसाइट के मुताबिक, बिजली गिरने से पहले हमारा शरीर कुछ संकेत देता है, जिन्हें पहचानकर हम सुरक्षित रह सकते हैं. मौसम विभाग के अनुसार, तेज बारिश के बीच बिजली कड़कने की आवाज आए और उसी दौरान सिर के बाल ऊपर की तरफ खड़े होने लगें, तो समझिए कि आपके आसपास बिजली गिर सकती है. वहीं, नेशनल ज्यॉग्रैफिक की वेबसाइट मुताबिक, जब बादलों में नेगेटिव चार्ज ज्यादा बढ़ जाता है तब हमारे सिर के बाल ऊपर की तरफ उठने लगते हैं. यह एक संकेत हो सकता है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है. इस खतरे को समय पर भांपकर आपको तुरंत किसी पक्के मकान या छत की शरण में चले जाना चाहिए.
इन गलितयों को करने से बचें
* बिजली व टेलीफोन के खंभे या तार के पास न जाएं.
* मोबाइल फोन या अन्य किसी गैजेट का इस्तेमाल न करें.
* एक साथ भारी तादाद में घर से बाहर न खड़े हों.
* आखिरी बार बिजली कड़कने की आवाज सुनने के 30 मिनट तक बाहर न निकलें.
* पानी के संपर्क में न जाएं.
* पत्थर की दीवारों से सटकर न खड़े हों.
* लंबी वस्तु या चीज के पास खड़े न हों.
* अकेले पेड़ की शरण में न जाएं.
* मेटल की किसी भी चीज के संपर्क में न जाएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.