कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) की बुलाई कैबिनेट बैठक में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के चार मंत्री अनुपस्थित रहे. इसके बाद से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. गैरहाजिर मंत्रियों के नाम राजीव बनर्जी, चंद्रनाथ सिंह, गौतम देव और रविंद्र नाथ घोष हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

TMC ने कहा कि अटकलें लगाने की कोई जरूरत नहीं
इस जरूरी बैठक में चार महत्वपूर्ण कैबिनेट मंत्रियों के गैरहाजिर होने पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कहना है कि इसमें अटकलें लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है. गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में तृणमूल कांग्रेस से निकले शुवेंदु अधिकारी अपने साथ 10 विधायक और सांसद बीजेपी में शामिल करवा चुके हैं. उसी दौरान बीजेपी के नेताओं ने यह दावा भी पेश किया था कि अभी तो सिर्फ ट्रेलर है और पूरी पिक्चर तो बाकी है.


क्या बीजेपी में जाने वाले हैं गैर-हाजिर मंत्री?
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या गैर हाजिर हुए कैबिनेट मंत्री भी बीजेपी में जाने की तैयारी में हैं. इसे लेकर कई तरह की अटकलें चल रही हैं. दरअसल कुछ दिन पहले ही कैबिनेट मंत्री राजीव बनर्जी ने भी पार्टी को लेकर आवाज उठाई थी और ममता (Mamta Banerjee) सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. उनके इन तेवरों के बाद से ही पार्टी में एक बार फिर टूट की खबर आ रही थी. 


मंत्री राजीव बनर्जी ने नहीं उठाया ममता का कॉल
सूत्रों के मुताबिक पार्टी में असंतोष की खबरों को देखते हुए ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने दोबारा कैबिनेट की बैठक बुलाई थी लेकिन इसमें सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी बैठक में शामिल नहीं हुए. सूत्रों का कहना है कि जब उन्होंने इसे लेकर राजीव बनर्जी को फोन किया गया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया. अब राजीव बनर्जी के इस बागी रुख को लेकर सवाल उठ रहे हैं. 


अनुपस्थित रहे मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने दिया स्पष्टीकरण
वहीं बैठक में अनुपस्थित रहे एक और कैबिनेट मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने स्पष्टीकरण जारी किया है. चंद्रनाथ सिन्हा ने साफ-साफ कहा,'इसके पीछे कयास लगाने की कोई जरूरत नहीं है. मैं तृणमूल में था, तृणमूल (TMC) में हूं और तृणमूल में रहूंगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) 29 दिसंबर को बोलपुर आ रही हैं. उसी की तैयारी को लेकर मैं बैठक में उपस्थित नहीं हो सका.' उत्तर बंगाल के दोनों मंत्री गौतम देव और रविंद्र नाथ घोष ने भी बयान जारी कर कहा कि वे अपनी बीमारी के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सके और उन्होंने इसकी जानकारी ममता बनर्जी को दे दी थी.


ये भी पढ़ें- West Bengal Assembly Elections 2021: बीजेपी ने बंगाल फतह के लिए बनाया ये 'मास्टर प्लान'


अगले महीने फिर बंगाल जा रहे हैं अमित शाह
बता दें कि पश्चिम बंगाल में पहली बार सरकार बनाने के लिए बीजेपी पूरा जोर लगाए हुए है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत सभी बड़े नेता बारी-बारी से बंगाल का दौरा कर रहे हैं. अमित शाह अब 12 जानवरी को विवेकानंद जयंती पर फिर कोलकाता में आ सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक वे उस दिन एक सभा भी करेंगे. इसके अलावा दूसरी पार्टियों के कई नेताओं को बीजेपी में शामिल किए जाने की भी संभावना जताई जा रही है. 


LIVE TV