नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा पीओके (pok) की नीलम घाटी में चल रहे आतंकी ठिकानों (terrorist camps) पर किए गए हमलों में करीब 4-5 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है. इसके साथ ही भारतीय सेना ने चार लॉन्चिंग पैड भी तबाह कर दिए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारतीय सेना ने रविवार को जम्मू कश्मीर के तंगधार (Tangdhar) सेक्टर से सटे पीओके के नीलम घाटी में चल रहे आतंकी कैंपों पर आर्टिलरी गन (जिसमें बोफोर्स तोप भी शामिल है) से फायरिंग की. 


भारतीय सेना ने यह कार्रवाई पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा किए जा रहे सीजफार उल्लंघन और आतंकी घुसपैठ के जवाब में की है. बता दें शनिवार रात को ही पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में दो भारतीय सैनिक शहीद हुई थे. गोलीबारी में एक नगारिक की भी मौत हो गई थी जबकि तीन घायल हो गए थे. इसके अलावा पाकिस्तान ने जम्मू कठुआ सेक्टर में भी भारी गोलीबारी की थी.


हाल फिलहाल भारतीय सेना के द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) और बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर की गई भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक (AIR Strike) के बाद यह तीसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है. 


2019 में सीजफायर उल्लंघन में हुई बढ़ोतरी
पाकिस्तान की ओर से बीते पांच वर्षो में 2019 में संघर्ष विराम उल्लंघन (Ceasefire Violation) की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इस वर्ष आज की तारीख में संघर्ष विराम उल्लंघन की 2300 से ज्यादा घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि वर्ष 2018 में इसकी संख्या 1629 थी.


भारतीय सेना के अनुसार, संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी आतंकवादियों को जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ कराने के उद्देश्य से हुई है. खुफिया रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के पास रखा गया है, ताकि मौका मिलते ही वे भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकें.