Karnataka Hindi News: कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में गुरुवार को 70 साल के बुजुर्ग पर जंगली भालू ने हमला कर दिया. शख्स ने हिम्मत से भालू का सामना किया और उसकी जान बच गई. हालांकि, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका बेलगावी के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायल बुजुर्ग का नाम विट्टू शलाके है और वह महाराष्ट्र का रहने वाला है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह घटना उस वक्त हुई जब शलाके जंगल में पैदल चलकर रामनगर से टिंबोली गांव जा रहे थे. इसी दौरान भालू ने शालके पर हमला कर दिया. इस हमले में भालू ने बुजुर्ग की एक आंख निकाल दी और दूसरी को घायल कर दिया. हालांकि, वृद्ध ने हिम्मत दिखाई और चीखते-चिल्लाते हुए भालू के चंगुल से भागने में सफल रहा.


दो किमी पैदल चला घायल बुजुर्ग


भालू जब बुजुर्ग को छोड़कर जंगल में भाग गया, तब वह खून से लथपथ होने के बावजूद करीब दो किलोमीटर तक पैदल चला. रामनगर अस्पताल में फर्स्ट ऐड के बाद शलाके को बेलगावी के एक अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया.


रामनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इस बीच, हमले से क्षेत्र के लोगों में भय और चिंता पैदा हो गई है. वन अधिकारियों ने भी लोगों को भालू के हमलों से बचने के लिए निवारक उपाय शुरू करने के लिए क्षेत्र में स्थिति का आकलन किया है.


भालू के हमले में गई थी महिला की जान


बीते दिनों भी ऐसा एक मामला मध्य प्रदेश से सामने आया था. उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाध अभयारण्य में मंगलवार को भालू के हमले में 48 साल की एक महिला की मौत हो गई थी. मृतका की पहचान चिल्हारी निवासी टेग्गी बाई यादव (48) के रूप में हुई थी. पतौर वन परिक्षेत्र के रेंजर अर्पित मेराल ने कहा था कि महिला अन्य लोगों के साथ महुआ बीनने के लिए जंगल गई थी, लेकिन वह रास्ता भटक गई और बांधवगढ़ बाध अभयारण्य के कोर जोन में चली गई.


उन्होंने कहाथा कि हो सकता है गर्मी के कारण पानी पीने वह उस जगह चली गई जहां पार्क क्षेत्र में जानवरों के पानी पीने का इंतजाम किया गया है. उसी वक्त भालू से इसका आमना सामना हो गया और उसने उस पर हमला कर दिया हो, जिससे उसकी जान चली गई. मेराल ने बताया था कि मौके पर भालू के पंजों के निशान भी पाए गए हैं.


(IANS/PTI के इनपुट के साथ)