हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा के लिए हाल में संपन्न हुए चुनावों में चुने गए 119 विधायकों में से करीब 73 विधायकों का आपराधिक रिकॉर्ड है जबकि पूर्व सदन के एक सदस्य की संपत्ति से तुलना की जाए तो एक मौजूदा विधायक की औसत सपंत्ति दोगुनी हुई है. 


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दिल्ली के थिंक टैंक लोकतांत्रिक सुधार संघ (एडीआर) द्वारा जारी एक विश्लेषण के मुताबिक 47 विधायकों ने खुद के खिलाफ चल रहे गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है. इनमें हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे कई अन्य अपराध शामिल हैं. 


एडीआर ने बताया कि आपराधिक मामलों का सामना कर रहे विधायकों का विश्लेषण करने पर 119 विधायकों में से 73 (61 प्रतिशत) विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की.


तेलंगाना में 2014 के विधानसभा चुनावों के दौरान 119 विधायकों का विश्लेषण किए जाने पर, 67 (56 प्रतिशत) विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की थी.


तेलंगाना इलेक्शन वॉच और एडीआर ने किया विश्लेषण
तेलंगाना इलेक्शन वॉच और एडीआर ने 2018 में राज्य विधानसभा के सभी 119 नव निर्वाचित विधायकों के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण किया.  एडीआर ने बताया कि टीआरएस के 88 में से 50, कांग्रेस के 19 में से 14, असदुद्दीन ओवैसी नीत एआईएमआईएम के सात में से छह, तेदेपा के दो और भाजपा के एक विधायक ने अपने-अपने हलफनामे में खुद के खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है.


एडीआर के मुताबिक 2018 में विधानसभा में प्रति विधायक औसत संपत्ति 15.71 करोड़ रुपये है.