PAK की गोलीबारी में 8 माह के बच्चे की मौत, केंद्रीय मंत्री बोले- इसका माकूल जवाब देंगे
पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. इस गोलीबारी में आठ महीने के मासूम की भी मौत हो गई.
नई दिल्ली: पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. इस गोलीबारी में आठ महीने के मासूम की भी मौत हो गई है. इस घटना की चारों ओर आलोचना की जा रही है. मामले पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा इस घटना को दुनिया ने देखा है. पाकिस्तान की इस हरकत का माकूल जवाब दिया जाएगा. गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैंने और दुनिया ने इस घटना को देखा है. ये काफी दुखद है. हमारे सैनिक शांत नहीं बैठेंगे. इसका माकूल जवाब दिया जाएगा'.
घर के बाहर सो रहा था बच्चा
आठ महीने का नितिन कुमार नियंत्रण रेखा पर पल्लनवाला सेक्टर में अपने घर के बाहर अपने परिवार के साथ सो रहा था जब पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई. पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू जिले में सीमा चौकियों और गांवों को मोर्टार के गोलों एवं छोटे हथियारों से निशाना बनाया. इस गोलीबारी में आठ महीने के नितिन की मौत हो गई.
अरनिया, आरएस पुरा, रामगढ़ सेक्टर में गोलीबारी
जम्मू-कश्मीर के अरनिया,आरएस पुरा और रामगढ़ सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी की जा रही है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तरफ से इसका माकूल जवाब दिया जा रहा है. इस गोलीबारी के चलते सीमा से सटे गांव के लोग प्रभावित हुए हैं.सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक पाक सेना की गोलीबारी की आड़ में लश्क के आतंकी घाटी में घुसने की फिराक में हैं. आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम ना दे सके, इसके लिए सेना द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. इसके साथ ही एहतियात के तौर पर घाटी के 100 से ज्यादा गांवो को सेना ने खाली करवा दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
पाकिस्तान ने फिर घोंपा पीठ में छुरा, कल मांगी माफी आज सीमा पर मोर्टार से दागे गोले
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलीबारी की घटनाओं को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया. उन्होंने कहा कि गोलीबारी ऐसे समय में हुई जब रमजान का महीना शुरू ही हुआ और राज्य के लोगों ने पाक महीने में राज्य में सुरक्षा संबंधी अभियानों पर एकतरफा रोक की केंद्र सरकार की घोषणा के बाद राहत की सांस ली थी.