नई दिल्ली: दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि करार से किसानों को निर्धारित दाम पाने की गारंटी मिलेगी, लेकिन किसान को किसी भी करार में बांधा नहीं जा सकेगा. किसान किसी भी मोड़ पर बिना किसी पेनाल्टी के करार से बाहर निकलने के लिए स्वतंत्र होगा.



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गृह मंत्री से कृषि मंत्री की मुलाकात
इससे पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे. सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, ये मुलाकात किसान आंदोलन को लेकर हुई. किसान संगठनों और सरकार के बीच गतिरोध जारी है. किसानों ने दिल्ली आने वाले सभी पांच प्रमुख हाईवे जाम करके दिल्ली को घेरने का ऐलान किया था. आंदोलन की वजह से दिल्ली का सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) ठप पड़ा है. वहीं दिल्ली-बहादुरगढ़ के टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों ने जाम लगा रखा है. इसके अलावा दिल्ली गेट पर भी लंबा जाम है. हालांकि दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर किसी तरह का जाम नहीं है.


कृषि मंत्री ने किसानों को झूठ और धोखे से सावधान रहने की नसीहत भी दी है. 




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आंदोलन की प्रष्ठभूमि
सरकार लगातार कह रही है किसानों को किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं. सरकार किसानों से सीधे बातचीत को तैयार है. कृषि मंत्री लगातार किसानों को आंदोलन के बजाए, संवाद से समाधान की जरूरत पर जोर दे रहे हैं.


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