Asaduddin Owaisi Reaction: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए भाषण की आलोचना की. ओवैसी ने अमेरिका में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए 1980 के दशक में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की कथित घटनाओं का जिक्र किया जब कांग्रेस उत्तर प्रदेश और केंद्र में सत्ता में थी.


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ओवैसी ने दावा किया कि राजनीतिक धर्मनिर्पेक्षता ने देश में मुस्लिमों को बर्बाद कर दिया और इसका इस्तेमाल संसद और विधानसभाओं में मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व खत्म करने के लिए किया गया. अमेरिका में राहुल गांधी के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था मुसलमान, ईसाई, दलित और आदिवासी यह महसूस कर रहे हैं कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, ओवैसी ने कहा, यह अनुचित है. आप से भारतीय मुस्लिमों पर सवाल पूछा गया था, लेकिन आपने कहा कि 1980 के दशक में दलितों और सिखों के साथ भी ऐसा ही हुआ था.


ओवैसी ने कहा, आप को बताना चाहिए था कि मुस्लिमों के साथ क्या हो रहा है. उन्हें (राजस्थान के मुख्यमंत्री) अशोक गहलोत को सिखाना चाहिए. राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए था कि राजस्थान में जुनैद और नासिर को कैसे मारा गया (कथित तौर पर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा फरवरी में). छत्तीसगढ़ में आप की सरकार ने (दिसंबर, 2021 में) ‘धर्म संसद’ को प्रयोजित किया जहां महात्मा गांधी के बारे में गलत बातें कही गईं.


बीजेपी ने क्या कहा?


अमेरिका में राहुल गांधी के बयान के जवाब में  बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा, भारत, अल्पसंख्यक समाज के लिए सबसे सुरक्षित देश है. दुनिया के किसी भी हिस्से से भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति काफी बेहतर है. देश के खिलाफ राहुल गांधी के भ्रामक बयान से भारत विरोधी मुल्कों को भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में बल मिलता है. देश का झंडा लेकर राहुल गांधी विदेश में भारत के खिलाफ भ्रामक बयानबाजी बंद करें.


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