नई दिल्ली: केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि लागत कम करने, अपव्यय घटाने, सेवा में सुधार लाने और भोजन पहचानने में गड़बड़ी होने की किसी भी संभावना से बचने के लिए एयर इंडिया की घरेलू उड़ानों में मांसाहारी भोजन बंद कर दिया गया है.


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लोकसभा में आर पार्थिपन के प्रश्न के लिखित उत्तर में सिन्हा ने यह जानकारी दी, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एयरलाइन की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में ऐसा करने का कोई प्रस्ताव नहीं है.


सिन्हा ने कहा कि लागत कम करने, अपव्यय घटाने, सेवा में सुधार लाने और भोजन पहचानने में गड़बड़ी होने की किसी भी संभावना से बचने के लिए एअर इंडिया की घरेलू उड़ानों में मांसाहारी भोजन 20 जून, 2017 से बंद कर दिया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में भी ऐसा करने की कोई योजना है तो मंत्री ने कहा, 'जी नहीं.'


आपको बता दें इससे पहले दुबई की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी एमिरेट्स की फ्लाइट्स में 'हिंदू मील' नहीं देने का ऐलान किया था. कंपनी ने अपने मेन्यू से इसे हटाने का फैसला किया था. कुछ अंतररष्ट्रीय विमानों में यात्रियों द्वारा अपनी धार्मिक आस्था के अनुरूप खाना बुक कराने की सुविधा काफी प्रचलित है. विमान में सफर करने से पहले ही यात्री खाना बुक कर सकते हैं. लेकिन, एमिरेट्स की फ्लाइट्स में अब ऐसा नहीं होगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एमिरेट्स ने यह भी कहा है कि हिंदू कस्टमर एडवांस में क्षेत्रीय शाकाहारी आउटलेट्स से अपना खाना बुक कर सकते हैं.


फ्लाइट्स में हिंदू मील बंद होने की स्थिति में यात्रियों को आउटलेट्स के जरिए खाना मुहैया कराया जाएगा. एयरलाइन का कहना है कि क्षेत्रीय आउटलेट्स विमान के अंदर भी खाने डिलिवर करते हैं. ऐसे में यात्रियों को असुविधा नहीं होगी. आउटलेट्स से मिलने वाले कई विकल्प हैं, जैसे हिंदू मील, जैन मील, भारतीय शाकाहारी खाना, कोशर मील, बगैर बीफ वाला मांसाहारी खाना.


आपको बता दें, अधिकांश बड़ी एयरलाइंस अपने विमानों में शाकाहारी और मांसाहारी खाने का विकल्प देती हैं. खासकर उन यात्रियों के लिए जो बीफ या पोर्क नहीं खाते. एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस के मेन्यू में भी धार्मिक भोजन का विकल्प होता है.