Delhi AQI Today: आंखों में जलन, सांस लेना मुश्किल; जानें आपके इलाके में कितना पहुंच गया है AQI
Pollution Level in Delhi: प्रदूषण की वजह से धुंध की चादर लोगों की सांसों और साफ हवा के बीच दीवार बन कर खड़ी हो गई है. दिवाली के बाद ये दीवार और मोटी हो गई है. इस वजह से लोगों तक साफ हवा नहीं पहुंच पा रही है.
Delhi-NCR AQI Today: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से हालत बेहद खराब होती जा रही है. कई इलाकों में लगातार AQI गंभीर स्तर में बना हुआ है. इस वजह से लोगों को बहुत परेशानी हो रही है. प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन हो रही है. इतना ही नहीं कई इलाकों में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. धुंध की चादर लोगों की सांसों और साफ हवा के बीच दीवार बन कर खड़ी हो गई है. दिवाली के बाद ये दीवार और मोटी हो गई है. इस वजह से लोगों तक साफ हवा नहीं पहुंच पा रही है.
दिल्ली में सुबह-सुबह एक्यूआई 389
दिल्ली में अभी भी हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है. मंगलवार सुबह राजधानी दिल्ली का कलेक्टिव AQI 389 दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, एनसीआर में मंगलवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 450 पर आ गया है. दिवाली के बाद से ही प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इससे पहले सोमवार को भी प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था.
मंगलवार सुबह आनंद विहार में एक्यूआई 360 दर्ज किया गया. वहीं, आरके पुरम में 422, पंजाबी बाग में 415 और आईटीओ में 432 है. वहीं, नोएडा में एक्यूआई 326, गाजियाबाद में 237, फरीदाबाद में 274, गुरुग्राम में 284 दर्ज किया गया है. इससे पहले सोमवार शाम चार बजे 24 घंटों में एक्यूआई गाजियाबाद में 349, गुरुग्राम में 349, नोएडा में 363, ग्रेटर नोएडा में 342 और फरीदाबाद में 370 दर्जी किया गया था. वहीं, दिल्ली के आरके पुरम (402), जहांगीरपुरी (419), बवाना (407) और मुंडका (403) सहित कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया.
दिवाली के बाद दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर
दिल्ली को बारिश के कारण वायु प्रदूषण से जो राहत मिली थी, वह रविवार की रात दिवाली के अवसर पर कथित तौर पर प्रतिबंध के बावजूद फटाखे फोड़ने से स्वाहा हो गई. दिवाली के बाद सोमवार को दिल्ली की सुबह धुंए की परत के बीच हुई और वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया. स्विस कंपनी ‘आईक्यूएयर’ के अनुसार, सोमवार को दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था. इसके बाद पाकिस्तान के लाहौर और कराची का स्थान था. दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में मुंबई पांचवें और कोलकाता छठे स्थान पर हैं.
ऑड ईवन लागू करने पर हो सकता है विचार
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ऑड ईवन लागू करने पर विचार हो सकता है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को बताया कि प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं हुआ और अगर 2-3 दिन हालत गंभीर रहे तो ऑड ईवन लागू करने पर विचार कर सकते हैं. प्रदूषण लोगों की सांसों को भले साफ हवा ना दे रहा हो. लेकिन, सियासत के लिए पूरी तरह ऑक्सीजन का काम कर रहा है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी इस मुद्दे पर एक दूसरे को जमकर कोस रहे हैं.
एनडीएमसी ने बढ़ाया पार्किंग शुल्क
प्रदूषण पर काबू पाने के लिए नई दिल्ली नगर निगम (NDMC) ने पार्किंग शुल्क दोगुना करने का फैसला किया है. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने निजी गाड़ियों की संख्या कम करने के लिए ये फैसला लिया है. एनडीएमसी ने पार्किंग में मौजूदा पार्किंग शुल्क (ऑफ-रोड और ऑन-रोड दोनों) को 31 जनवरी 2024 तक के लिए दोगुना करने का फैसला किया है. (किन इलाकों में देना होगा दोगुना शुल्क- पढ़ें पूरी खबर)
दिवाली के दिन 8 सालों में थी सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता
दिल्ली में रविवार को दिवाली के दिन आठ वर्षों में सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई थी. इस दौरान 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 218 दर्ज किया गया था. हालांकि, रविवार देर रात तक आतिशबाजी होने से कम तापमान के बीच प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई. सोमवार सुबह सात बजे एक्यूआई 275 (खराब श्रेणी) दर्ज किया गया, जो शाम चार बजे तक धीरे-धीरे बढ़कर 358 हो गया.
कब कितना खतरनाक होता है प्रदूषण का स्तर
अगर एक्यूआई शून्य से 50 के बीच हो तो यह 'अच्छा' माना जाता है. वहीं, अगर एक्यूआई 51 से 100 के बीच रहे तो इसे 'संतोषजनक' माना जाता है. वहीं, एक्यूआई अगर 101 से 200 के बीच हो तो इसे 'मध्यम' और 201 से 300 के बीच हो 'खराब' माना जाता है. एक्यूआई अगर 301 से 400 के बीच पहुंच जाए तो हवा को 'बहुत खराब' माना जाता है. वहीं, 401 से 450 के बीच 'गंभीर' और अगर एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे 'अति गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.