Airbag Rules: कार में ड्राइविंग सीट पर बैठते ही सबसे पहले आप क्या करते है...बहुत से लोगों का जवाब यही होगा कि वो सबसे पहले सीट बेल्ट लगाते हैं, क्योंकि सीट बेल्ट सुरक्षा के लिए जरूरी है. सीट बेल्ट को आप एक तरह से ढ़ाल समझ सकते हैं...जो दुर्घटना होने पर चालक और सवारियों की सुरक्षा करती है. भारत में कार चालक और आगे बैठने वाले शख्स के साथ साथ पीछे की सीट पर बैठे लोगों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है.


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लेकिन क्या आपने किसी ऐसी सवारी को देखा है जिसने पिछली सीट पर बैठकर सीट बेल्ट लगा रखी हो. शायद नहीं देखा होगा. हम सब यही सोचते हैं कि चालक और आगे बैठे शख्स के लिए ही सीट बेल्ट अनिवार्य है. लेकिन अब पिछली सीट पर बैठी सवारियों को भी सीट बेल्ट लगानी ही होगी. इसको लेकर परिवहन मंत्रालय जल्द ही नया नोटिफिकेशन जारी कर सकता है. इस नोटिफिकेशन की क्या अहम बातें हो सकती हैं, इसे भी जानिए.


पीछे बैठने वाले यात्रियों को भी सीट बेल्ट..
असल में कार में पीछे बैठने वाले यात्रियों को भी सीट बेल्ट लगानी होगी. दूसरी बात अभी तक कार में आगे बैठने वालों के सीट बेल्ट न पहनने पर अलार्म बजता है. अब बैक सीट पर सीट बेल्ट न पहनने वालों के लिए अलार्म बजेगा. पीछे बैठे शख्स ने अगर सीट बेल्ट नहीं लगाई तो चालान होगा. सरकार कार निर्माता कंपनियों को गाड़ी में ये अलार्म इंस्टॉल करने के लिए नियम लाने वाली है इसके लिए सरकार कार कंपनियों को 6 महीने का वक्त दे सकती है.


परिवहन मंत्रालय के आंकड़े..
सब जानते हैं कि सीट बेल्ट जरूरी है, सवारियों की सुरक्षा करती है, लेकिन इसके बावजूद सीट बेल्ट को लोग मजाक समझते है. आपको सड़क पर ऐसे सैकड़ों लोग दिख जाएंगे जो बिना सीट बेल्ट के गाड़ी दौड़ाते दिखेंगे. कार में पिछली सीट पर भी बेल्ट होती है, लेकिन भारत में उसको छिपा देने का कल्चर है. और यही कल्चर भारतीयों की जान पर भारी भी पड़ रहा है. सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक


* भारत में वर्ष 2022 में कुल 4 लाख 61 हजार से ज्यादा सड़क हादसे हुए. जिनमें 1 लाख अडसठ हजार लोगों की मौत हुई.
* वर्ष 2022 में भारत में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हुई, इनमें 19 लोगों की मौत हुई.
* अगर हर मिनट सड़क दुर्घटनाओं को देखें तो भारत में हर एक मिनट में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हुई.
* कार में बैठे हुए 16,715 लोगों की मौत हुई, ये वो लोग है जिन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी.
* इनमें 8300 लोग कार ड्राइव कर रहे थे, जबकि 8331 लोग कार में सवार थे.


दुर्घटनाओं के आंकड़े भी बढ़े..
रोड accident बढ़ रहे है और मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है. अगर सीट बेल्ट को लेकर लापरवाही नहीं बरती जाए तो बहुत से लोगों की जान बच सकती है. भारत में सड़कों पर जिस तेज़ी से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है ठीक उसी तरह से दुर्घटनाओं के आंकड़े भी बढ़े है...साफ है कि हमारे देश में लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस तो होते है...लेकिन ड्राइविंग सेंस की बहुत कमी है. सीट बेल्ट लगाना, सड़कों पर नियम अनुसार गाड़ी चलाना, हेलमेट पहनना, इनको गंभीरता से लिया ही नहीं जाता. जिसकी वजह से हादसे बढ़े हैं.


Save LIFE foundation ने वर्ष 2019 में एक सर्वे कराया था. इसमें पता चला था कि भारत में सिर्फ 7% लोग ही Rear Seat Belt पहनते हैं. यहां तक की ज्यादातर लोगों को नियम का पता तक नहीं है. गाड़ी करोड़ों की हो या सवारी साइकिल की हो, सड़क पर जान किसी की भी गलती से जा सकती है.


* भारत में तेज़ गति की वजह से सबसे ज्यादा road accident होते है...over speed की वजह से 72.3% दुर्घटनाएं हुई, जिनमें 71.2% लोगों की मौतें हुईं.
* वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटनाओं के कारण 9,528 बच्चों की मौत हुई. यानि हर दिन लगभग 26 बच्चों की सड़क दुर्घटना में जान गई.
* भारत में road accident में जान गंवाने वालों में से 61% National Highway पर हुए accident में मारे जाते हैं.


ये सारे आंकड़े आपको हमने केवल इसलिए बताए हैं, ताकि अगली बार सड़क पर निकलने से पहले, आप ये जरूर सोचें कि सड़क, सुरक्षित जगह नहीं है. ये तभी सुरक्षित हो पाएगी जब आप नियमों का पालन करेंगे. हर एक व्यक्ति जब सड़क पर नियमों का पालन करेगा तभी सड़क यातायात सुरक्षित हो पाएगा. Report- VARUN BHASIN