TATA Aircraft Complex Vadodara: भारत के डिफेंस सेक्टर में निजी भागीदारी को बड़ा बूस्ट मिलने वाला है. अब एयरबस के C-295 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में ही बनेंगे. इसके लिए, वडोदरा में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है. सोमवार (28 अक्टूबर 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी क्षेत्र के इस प्लांट का उद्घाटन करेंगे. उनके साथ स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज भी मौजूद रहेंगे. भारत के C-295 कार्यक्रम में कुल 56 एयरक्राफ्ट होंगे जिनमें से 16 सीधे Airbus डिलीवर करेगा और बाकी 40 भारत में बनाए जाएंगे. इन 40 C-295 विमानों को बनाने की जिम्मेदारी 'टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड' की होगी.


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वडोदरा का टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स क्यों इतना खास?


28 अक्टूबर 2024 का दिन भारत के डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर के लिए बेहद अहम है. C-295 प्रोजेक्ट ऐतिहासिक है क्योंकि यह पहली बार है जब कोई निजी कंपनी भारत में पूरा का पूरा मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाएगी.


अक्टूबर 2022 में, पीएम मोदी ने वडोदरा में फाइनल असेंबली लाइन (FAL) की नींव रखी थी. टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स (TAC) देश में मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाने जा रही प्राइवेट सेक्टर की पहली FAL होगी.


प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से मिली जानकारी के अनुसार, टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स में मैन्युफैक्चरिंग से लेकर असेंबली, टेस्ट और क्वालिफिकेशन से लेकर डिलीवरी और मेंटेनेंस तक... यानी एयरक्राफ्ट के पूरे जीवनकाल का एक इकोसिस्टम तैयार किया गया है.


टाटा से इतर सरकारी और निजी क्षेत्र की कई कंपनियां C-295 प्रोग्राम में अपनी भूमिका अदा करेंगी. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डायनैमिक्स लिमिटेड जैसी PSUs इस कार्यक्रम का हिस्सा हैं.


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Airbus C-295: हवा में उड़ता सपोर्ट सिस्टम


एयरबस सी-295 एक मीडियम टैक्टिकल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है, मगर यह काफी वर्सेटाइल है. इसे कार्गो से लेकर जवानों तक को ट्रांसपोर्ट करने के लिए यूज किया जा सकता है. एयरक्राफ्ट को कई तरह के मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें ट्रांसपोर्ट, पैराशूट ड्रॉपिंग, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल इंटेलिजेंस (ELINT), मेडिकल निकासी (MEDEVAC), और समुद्री गश्त शामिल हैं.


इस एयरक्राफ्ट पर 9 टन सामान या 71 जवानों को ले जाया जा सकता है. इसमें दो Pratt & Whitney टर्बोप्रॉप इंजन लगे हैं. यह 30,000 फीट तक की ऊंचाई पर जा सकता है. 481.52 किलोमीटर प्रति घंटा की क्रूज स्पीड से उड़ान भरता है. इसके जरिए एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग की जा सकती है, यह सिस्टम फिक्स्ड विंग वाले एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर्स के साथ कम्पैटिबल है. 


Airbus C-295 को पहले CASA C-295 के नाम से जाना जाता था. इसे 90 के दशक में विकसित किया गया था. इसने अपनी पहली उड़ान 28 नवंबर, 1997 को भरी थी. 1999 में स्पेनिश वायु सेना C-295 इसकी पहली ग्राहक बनी जिसके बाद इजिप्ट, पोलैंड और भारत समेत कई देशों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई.


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रिपोर्ट्स के मुताबिक, वडोदरा स्थित टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स में C-295 विमान बनाने का काम इसी साल से शुरू हो जाएगा. पहला एयरक्राफ्ट 2026 तक डिलीवर होने की उम्मीद है. अगस्त 2031 तक सभी 40 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी पूरी हो जाने का अनुमान है. 


वडोदरा में PM मोदी और स्पेनिश प्रधानमंत्री का कार्यक्रम


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके स्पेनिश समकक्ष पेड्रो सांचेज, सोमवार को संयुक्त रूप से वड़ोदरा में सी-295 विमान के निर्माण के लिए ‘टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स’ का उद्घाटन करेंगे. दोनों नेता सोमवार सुबह हवाई अड्डे से ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स’ परिसर तक ढाई किलोमीटर तक के रोड शो का नेतृत्व करेंगे. उद्घाटन के बाद मोदी और सांचेज पूर्ववर्ती बड़ौदा राजपरिवार के निवास प्रतिष्ठित लक्ष्मी विलास पैलेस जाएंगे और वहीं दोपहर भोज पर द्विपक्षीय बैठक करेंगे. (एजेंसी इनपुट्स)