Shivsena Crisis 24 June: महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट (Maharashtra Political Crisis) और शिवसेना में मची भारी उथल-पुथल के बीच सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है कि महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना विधायक दल के नेता (CLP) के तौर पर अजय चौधरी (Ajay Chaudhary) और चीफ व्हिप के तौर पर सुनील प्रभु (Sunil Prabhu) को मान्यता दे दी है. आपको बताते चलें कि इस वक्त नरहरि जिरवाल सदन के प्रभारी स्पीकर हैं और उन्होंने ही इन दोनों नियुक्तियों को मान्यता दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एकनाथ शिंदे गुट ने किया था दावा


हालांकि इन पदों पर एकनाथ शिंदे गुट ने अपना दावा पेश किया था. हालांकि अब ये जानकारी आ रही है कि चौधरी को नियमानुसार विधानमंडल में स्वीकार किया गया है.


ये भी पढ़ें- President Election 2022: द्रौपदी मुर्मू ने जब भरा नामांकन तो अखिलेश यादव ने दिया ये रिएक्शन


कोर्ट जाएंगे शिंदे?


इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद अब ये देखना होगा कि क्या एकनाथ शिंदे अपनी अगली भूमिका के लिए अदालत जाएंगे? आइए अब आपको समझाते हैं कि कैसे एकनाथ शिंदे ने एक-एक कर उद्धव ठाकरे को हर मोर्चे पर मात दी है.


ये भी पढ़ें- Maharashtra Crisis: महाराष्ट्र सियासी संकट पर बड़ी खबर, शिवसेना के 3 विधायकों समेत 8 और MLA जाएंगे गुवाहाटी


आज ये हालत हो गई है कि उद्धव के हाथ से सत्ता और पार्टी दोनों ही जाने का खतरा है. सबसे पहले शिंदे ने शिवसेना के 12 MLA अपने साथ लिए उसके बाद ये आंकड़ा बढ़ते हुए 17 फिर 22 से 37 होते हुए 50 तक पहुंच चुका है. 


ये भी पढे़ं- Maharashtra Political Crisis: शिवसैनिकों की शिंदे गुट को चुनौती! MLA संजय शिरसाट की चिठ्ठी पर यूं किया पलटवार