Jodha bai History: जोधा अकबर की कहानी तो सभी ने सुनी होगी, लेकिन जोधा बाई की सुंदरता की कहानी बहुत कम लोगों ने सुनी होगी. जोधाबाई इतनी खूबसूरत थी कि उन्हें जो भी कोई घूर कर देख लेता था. अकबर उसे वहीं पर कड़ी सजा देते थे. ये सजा ऐसी होती थी कि उसकी पुस्ते हमेशा याद रखती थी. जोधाबाई एक राजपूतानी थी, जिन्हें हरका बाई, हीर कुंवर और भी कई नामों से जाना जाता था. महलों में पलने, बढ़ने वाली जोधाबाई का इतिहास काफी रोचक है.


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बेटे के समान रखते थे जोधा बाई को
जोधा बाई जयपुर की राजपूत आमेर रियासत के राजा भारमल की सबसे बड़ी बेटी थी. राजा ने उन्हें एक बेटे की तरह रखा था. उन्हें हर परिस्थितियों से लड़ना सिखाया और उनकी देखभाल एक लड़के से भी ज्यादा की जाती थी. राजा भारमल अपनी बड़ी बेटी जोधा पर बहुत भरोसा करते थे. जोधाबाई रूपवती होने के साथ-साथ अपने व्यापारिक कुशलता के लिए भी जानी जाती थी.


अकबर उनकी खूबसूरती के थे दीवाने
जोधा भाई बहुत ही सुंदर और अच्छे गुणों वाली थी, जिसके कारण वह काफी प्रसिद्ध थी. यही वजह थी कि मुगल बादशाह अकबर भी उनकी खूबसूरती के दीवाने थे. अकबर जोधाबाई को बहुत पसंद करते थे. हर पल वह उन्हीं का ख्याल किया करते थे. ये बात हर किसी को मालूम थी. इसीलिए जोधा बाई की तरफ कोई आंख उठाकर भी नहीं देखता था. महल में जाेधा बाई की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाता था. उनकी पर ख्वाइशाें का पूरा किया  जाता था.


सजा-ए-मौत होती थी सजा
जो भी कोई रानी जोधा बाई की तरफ देखते हुए पकड़ा जाता था अकबर उसे वहीं पर सजा-ए-मौत की सजा दे डालते थे. यही कारण था कि रानी जोधा बाई की तरह कोई भी व्यक्ति आंख उठाने की भी हिम्मत नहीं कर पाता था. अकबर ने बहुत लोगों को महल के अंदर पकड़ा और उसे मौत दे डाली. जोधा बाई अकबर की तीसरी पत्नी थी. जोधा बाई तीनों में से सबसे प्रमुख थी. जोधाबाई ने करीब 43 सालों तक हिंदू मुगल महारानी के रूप में शासन किया था.


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