अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन का क्या है आतंकी कनेक्शन, क्यों गिरफ्तार हुए 4 छात्र?
AMU Students Arrest: अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन का आतंकी नेटवर्क सामने आया है. यूपी एटीएस ने दावा किया है कि स्टूडेंट ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय (SAMU) नाम के छात्र संगठन की मीटिंग में देश विरोधी एजेंडा चलाया जा रहा था.
AMU Students Arrest: अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन का आतंकी नेटवर्क सामने आया है. यूपी एटीएस ने दावा किया है कि स्टूडेंट ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय (SAMU) नाम के छात्र संगठन की मीटिंग में देश विरोधी एजेंडा चलाया जा रहा था. आरोप है कि SAMU की मीटिंग में एक दूसरे से संदिग्ध आतंकी जुड़े और इसके जरिए ISIS में भर्ती कराई जा रही थी. सूत्रों के मुताबिक ये संगठन सेंट्रल एजेंसियों के भी रडार पर है.
4 संदिग्ध छात्र गिरफ्तार
ISIS के अलीगढ़ मॉड्यूल पर यूपी एटीएस ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से 4 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम- राकिब इनाम, नवेद सिद्दकी, मोहम्मद नोमान और मोहम्मद नाजिम है. गिरफ्तार सभी आरोपी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन SAMU (स्टूडेंट ऑफ अलीगढ़ यूनिवर्सिटी ) से जुड़े हुए हैं. एटीएस के अनुसार शुक्रवार को भदोही जिले के कोतवाली क्षेत्र के अंबरनीम मोहल्ले के राकिब इमाम अंसारी (29) को अलीगढ़ से और शनिवार को संभल जिले के सीकरी गेट क्षेत्र के जाट कॉलोनी निवासी नवेद सिद्दीकी (23), कोटला पंजू सराय के मोहम्मद नोमान (27) और नखास क्षेत्र के दीपा सराय निवासी मोहम्मद नाजिम को संभल से गिरफ्तार किया गया. इन सभी के पास से आईएसआईएस का प्रतिबंधित साहित्य, मोबाइल फोन और पेन ड्राइव बरामद हुआ है.
एएमयू से कर रहे थे पढ़ाई
राकिब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से बीटेक एवं एमटेक है जो अलीगढ़ के ही सिविल लाइन थाना क्षेत्र के बंदरबाग में रहता था. संभल जिले का नवेद सिद्दकी भी एएमयू से बीएससी कर रहा था. जबकि नोमान ने एएमयू से बीए (ऑनर्स) कर रखा है. नाजिम अपने साथी नोमान के जरिये एएमयू के आईएसआईएस मॉड्यूल से सक्रिय तौर पर जुड़ा. एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मोहित अग्रवाल ने बताया था कि पिछले कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग आईएसआईएस की विचारधारा से प्रेरित होकर शपथ ले चुके हैं. वे खिलाफत कायम करने के लिए देश विरोधी षड़यंत्र कर रहे हैं.
एडीजी का चौंकाने वाला खुलासा
एडीजी का कहना था कि ये लोग चरमपंथी हैं और संगठन के अपने वरिष्ठों के निर्देशों पर अपने जैसी वैचारिक धारणा रखने वाले लोगों को एक साथ जोड़कर आतंकी जिहाद की सेना बना रहे हैं. उन्होंने कहा था कि ये लोग अपने नियंता के निर्देशों पर राज्य में किसी बड़ी घटना की साजिश रच रहे हैं. अग्रवाल के अनुसार आईएसआईएस की गतिविधियों के संबंध में साक्ष्य संकलन करने के बाद एटीएस थाने में तीन नवंबर को भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया था.
..देश विरोधी षड्यंत्र में भी शामिल
इसके बाद अलग-अलग तारीखों में आईएसआईएस से जुड़े अब्दुल्ला अर्सलान, माज बिन तारिक और वजीउद़दीन को गिरफतार किया गया था. इनसे प्रारंभिक पूछताछ में शुक्रवार एवं शनिवार को पकड़े गए चारों आरोपियों के बारे में एटीएस टीम को पुख्ता जानकारी मिली, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया. इस अभियान में ये लोग गोपनीय तरीके से जिहादी प्रशिक्षण देने और देश विरोधी षड्यंत्र में भी शामिल थे और प्रदेश में किसी बड़ी घटना की साजिश रच रहे थे. गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों को अदालत में पेश करने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)