Expiry date,  Best Before, Use-by date: खाने पीने का सामान (फूड आइटम) हो या कोई और चीज, हर प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट होती है. दूध, दही जैसे खाने पीने के सामनों की बात तो छोड़िये आपके टूथ ब्रश की भी एक्सपायरी डेट होती है. वहीं खासकर फूड प्रोडक्ट की बात करें तो एक्सपर्ट्स का मानना है कि रोजमर्रा की जिंदगी (Daily routine) से जुड़े इन सामानों से जुड़े तीन शब्दों के बारे में आपको हर जानकारी पता होनी चाहिए. यह तीन बेहद जरूरी शब्द हैं. एक्सपायरी डेट (Expiry date), बेस्ट बिफोर (Best Before) और यूज बाय डेट (Use-by date). क्योंकि उन चीजों की भी एक्सपायरी डेट होती है जिनके बारे में कहा जाता है कि वो कभी खराब नहीं होतीं. उदाहरण के लिए शहद भी खराब होता है, तो आपकी रसोई में रखे मसालों की लाइफ बस सालभर होती है.


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मिथक जिनसे बचना जरूरी


1. 'फ्रिज में रखी चीजें खराब नहीं होती हैं'


ये वो मिथक है जो जितना जल्दी दिमाग से निकल जाए उतना अच्छा रहता है. उदाहरण के लिए आपके मन में सवाल आ सकता है कि क्या शहद वाकई एक्सपायर नहीं होता? हम दूध का पैकेट कितने दिन तक फ्रिज में रख सकते हैं? आपकी सेहत से जुड़े इन सवालों का सही जवाब आपको जरूर पता होना चाहिए. लोग सोचते हैं कि दूध फ्रिज में रखा था फटा नहीं, तो अच्छा होगा लेकिन, यह मिथ है. पॉश्चराज्ड दूध की शेल्फ लाइफ 2-3 दिन ही होती है. इसीलिए उसके पाउच पर 'यूज बाय' वाली तारीख डाली जाती है. इसे चौबीस घंटे के भीतर इस्तेमाल कर लेना उत्तम माना जाता है.


2. 'शहद कभी खराब नहीं होता'


शहद का सेवन अनादि काल से किया जा रहा है. शहद को अमृत के समान गुणकारी बताया गया है. मगर आज के जमाने में असली शहद कहां मिलता है. अपने-अपने शहद को बेस्ट बताने के चक्कर में दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट पर सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसे में बाजार की भेड़चाल से बचने के लिए आप अपनी समझ के हिसाब से जो भी शहद चुनें उसकी शीशी में दर्ज तारीख तक उसे कंज्यूम कर लें. कंपनियां प्रिजर्वेटिव और प्रोसेस्ड शहद बेच रही हैं, जो एक वक्त के बाद खराब होने लगता है. इसीलिए शहद की शीशी पर 'बेस्ट बिफोर' की तारीख डाली जाती है, एक्सपायरी डेट नहीं. यानी, उस तारीख तक शहद की क्वॉलिटी अच्छी रहेगी. उसके बाद कंपनी की कोई गारंटी नहीं है.


 2. 'बेजान लेकिन काम की ये चीजें भी होती हैं एक्सपायर'


एक्सपायरी डेट हर प्रोडक्ट की होती है. इस डेट के बाद इन चीजों का इस्तेमाल करना भारी पड़ सकता है. ऐसे में आपको बता दें सिर्फ खाने-पीने की चीजें और दवाएं, आपकी दवाइयां, मेकअप का सामान, शैंपू, हेयर ऑयल बल्कि जूते, बिस्तर, गद्दे, तकिया और गैजेट्स तक एक्सपायर होते हैं. 


3. एक्सपायरी डेट से पहले खराब हो सकता है कंडोम


आधा-अधूरा ज्ञान बेहद खतरनाक होता है. बहुत से लोगों को नहीं पता होता कि कंडोम भी एक्सपायर होता है. कंडोम के हर पाउच और पैकेट पर मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट लिखी होती है. हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक सामान्यत: कंडोम की एक्सपायरी डेट 2 से 5 साल तक होती है. भीषण गर्मी, तापमान बढ़ने और धूप लगने से कंडोम जैसे प्रोडक्ट्स भी एक्सपायरी डेट से पहले भी खराब होकर फट सकते हैं. ज्यादा पुराना होने से उसमें स्पर्मीसाइड का असर खत्म हो जाता है. जिससे गर्भ ठहरने के साथ ही यौन संक्रमण फैलाने वाली बीमारियां (STD) हो सकती हैं.


'एक्सपायरी डेट', 'बेस्ट बिफोर' और 'यूज बाय डेट' का अंतर समझें


बेस्ट बिफोर डेट: इस तारीख से पहले तो प्रोडक्ट की क्वॉलिटी बढ़िया रहेगी, लेकिन इसके बाद उसके स्वाद, गंध और पोषक तत्वों में कमी आ सकती है. हालांकि जिस चीज की 'बेस्ट बिफोर डेट' बीत गई, उसे अपने विवेक पर यानी अच्छी तरह से जांच-परखकर यूज करें.


यूज बाय डेट: अगर किसी चीज पर ये डेट पड़ी है, तो उस तारीख तक प्रोडक्ट यूज कर लें, उसके बाद इस्तेमाल करना सेफ नहीं है. फिर भले ही वह अच्छा दिख रहा हो. यह तारीख दूध, ब्रेड जैसी जल्दी खराब होने वाली चीजों के पैकेट पर लिखी जाती हैं.


एक्सपायरी डेट: एक्सपायरी डेट के बारे में तो सभी जानते ही हैं, अगर किसी प्रोडक्ट पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है तो उस डेट के निकलने के बाद वह प्रोडक्ट यूज करने लायक नही रहता है. इसीलिए किसी भी सामान की एक्सपायरी डेट निकल जाए तो उसे किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.