Amarnath Yatra update second day 2 July: पवित्र अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए रविवार को बेस कैंप से 4903 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही अभी तक कुल 12807 श्रद्धालु 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके हैं. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 30 जून को श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया था. इस 62 दिवसीय यात्रा के पहले दिन 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए. रविवार को तीसरा जत्था 235 वाहनों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुआ.


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'घाटी में गूंज रहे बाबा के जयकारे'


इस पवित्र यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जोश देखते बन रहा है. पूरी घाटी भगवान महादेव और बाबा अमरनाथ बर्फानी के जयकारों से गूंज रही है. इस यात्रा के दो मार्ग हैं. दोनों से यात्रा जारी है. पहला रास्ता, अनंतनाग जिले का 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग, जबकि दूसरा गांदरबल जिले का बालटाल मार्ग, जो छोटा किंतु बेहद दुर्गम है.


अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह 104 वाहनों में 379 महिलाओं और 226 साधुओं समेत 2557 श्रद्धालु पहलगाम के लिए रवाना हुए जबकि 131 वाहनों में 2346 श्रद्धालु बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए. दोनों काफिलों को मल्टी-ग्रिड सुरक्षा घेरे में ले जाया गया.


यात्रियों और पर्यटकों के लिए एडवाइजरी


इस बीच, जम्मू-कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों और पर्यटकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कहा गया है, दोपहर 2 बजे के बाद किसी भी यात्री या पर्यटक वाहन को कश्मीर की ओर बनिहाल-काजीकुंड (नवयुग) सुरंग पार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं दोपहर 3 बजे के बाद किसी भी यात्री या पर्यटक वाहन को पहलगाम से जम्मू की ओर जाने की इजाजत नहीं होगी. दोपहर 3 बजे के बाद सोनमर्ग से श्रीनगर तक किसी भी यात्री या पर्यटक वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी और शाम 5 बजे के बाद गुलमर्ग से श्रीनगर तक किसी भी यात्री  या पर्यटक वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी. यात्रियों और सैलानियों को सलाह दी जाती है कि वो कश्मीर घाटी में केवल सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच यात्रा करें और उसी के अनुसार योजना बनाएं ताकि वे समय सीमा के भीतर अपने स्थान तक पहुंच सकें


ऐसे हैं इंतजाम


केंद्र सरकार ने अमरनाथ यात्रा के लिए बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ के 40000 अतरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. पवित्र गुफा तक पहलगाम और बालटाल दोनों रास्तों पर भारी फोर्स तैनात है. पुलिस, सीआरपीएफ, सेना, बीएसएफ और एसएबीसी ने संयुक्त सुरक्षा प्लान बनाया है. हर गाड़ी पर रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफ़िकेशन सिस्टम से लैस है. अभी तक करीब 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है.