Bird Flu को लेकर राज्यों ने बढ़ाई निगरानी, केंद्र सरकार ने नजर रखने के लिए बनाया कंट्रोल रूम
कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच बर्ड फ्लू (Bird Flu) के खतरे से निपटने के लिए केंद्र के अलावा राज्य सरकारें भी एक्टिव मोड में आ गई हैं और निगरानी बढ़ा दी है
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खौफ बढ़ता जा रहा है. बर्ड फ्लू से निपटने के लिए केंद्र के अलावा राज्य सरकारें भी एक्टिव मोड में आ गई हैं और निगरानी बढ़ा दी है. केंद्र सरकार ने कई राज्यों में स्पेशल टीमों को भेजा है, जबकि दिल्ली में रैपिड एक्शन टीम का गठन किया है.
दिल्ली में फिलहाल खतरा नहीं
बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खतरा फिलहाल दिल्ली में नहीं है, लेकिन सभी चिड़ियाघरों को अलर्ट कर दिया गया है. मामलों पर नजर रखने के लिए दिल्ली में 11 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन किया गया है और खतरे को देखते हुए 104 जगहों से सैंपल लेकर टेस्ट के लिए जालंधर की लैब में भेजा गया है. हालांकि रिपोर्ट आने में करीब 72 घंटे का समय लगेगा.
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केंद्र सरकार ने बनाया कंट्रोल रूम
बर्ड फ्लू (Bird Flu) के खतरे पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार ने कंट्रोल रूम बनाया है और केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कुछ टीमें केरल और हरियाणा के प्रभावित इलाकों में तैनात की गई हैं, जो हालात पर नजर रख रही हैं.
बर्ड फ्लू की चपेट में आए 7 राज्य
बता दें कि केरल से शुरू हुआ बर्ड फ्लू (Bird Flu) अब तक 7 राज्यों को अपनी चपेट में ले चुका है. बर्ड फ्लू केरल के अलावा गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में पहुंच चुका है. इन राज्यों में बड़ी संख्या में कौओं के अलावा अन्य पक्षी मर चुके हैं. इसके बाद खतरे को देखते हुए अन्य राज्यों के पशु एवं पक्षी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है.
केरल में मुर्गी पालकों को मुआवजा
बर्ड फ्लू (Bird Flu) के खतरे को देखते हुए केरल में बड़ी संख्या में मुर्गियों के अलावा अन्य पक्षियों को मारा जा रहा है. ऐसे में मुर्गी पालकों को आर्थिक नुकसान से उबारने के लिए मुआवजा दिया जा रहा है. इसके तहत दो महीने से बड़े पक्षी के लिए 200 रुपये और इससे छोटे पक्षियों के लिए 100 रुपये प्रति पक्षी दिया जा रहा है.