हैदराबाद: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव (GHMC) के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. उस कड़ी में अमित शाह भी यहां रोड शो करने पहुंचे. उन्होंने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन हैदराबाद में रोड शो किया. यहां आकर उन्होंने हैदराबाद के प्रसिद्ध भाग्यलक्ष्मी मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की और फिर जनता के बीच रोड शो करने निकले. उन्होंने टीआरएस और मजलिस पर इस दौरान जमकर निशाना साधा. 


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अमित शाह ने कहा कि ''टीआरएस और मजलिस के बीच गुप्त समझौता है लेकिन मुझे समझौते से दिक्कत नहीं है. मुझे दिक्कत है कि वे यह छिपकर क्यों करते हैं.''  शाह ने आगे कहा, ''कमरे में इलू-इलू करते हैं. खुलेआम क्यों नहीं कह देते कि हां, मजलिस के साथ हमारा रिश्ता है. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के कारण हैदराबाद और आसपास के इलाके भारत के साथ जुड़े लेकिन जिन्होंने उस दौरान पाकिस्तान जाने की मुहिम चलाई थी ऐसी निजाम संस्कृति से हम हैदराबाद को निजात दिलाना चाहते हैं.''


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गृहमत्री अमित शाह ने आगे कहा, ''केसीआर और मजलिस ने 100 दिन की योजना का वादा किया था, इसका हिसाब हैदराबाद की जनता मांगती है. 5 साल में कुछ भी किया हो तो यहां की जनता के सामने रखिए. सिटिजन चार्टर का वादा किया था, उसका क्या हुआ?'' शाह ने कहा, हम हैदराबाद को नवाब, निजाम संस्कृति से मुक्त कराना चाहते हैं. हम हैदराबाद को एक आधुनिक शहर बनाना चाहते हैं, जो निजाम की संस्कृति से मुक्त हो. अमित शाह ने हैदराबाद की जनता को भरोसा दिलाया कि बीजेपी निकाय चुनाव में बहुमत हासिल करेगी और अगला मेयर हमारा ही होगा.''


इस दौरान AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ओवैसी को जवाब देते हुए रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि ''जब कार्रवाई करते हैं तो ये लोग (विपक्षी दल) हाय तौबा करते हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं. 


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हैदराबाद में है IT हब बनने की क्षमता
शाह ने आगे कहा, आईटी सेक्टर में निवेश से हैदराबाद को बहुत फायदा हो रहा है. पीएम मोदी ने युवाओं के लिए बहुत सारे अवसर पैदा किए हैं और यह विदेशी निवेशकों द्वारा भारत में दिखाए गए विश्वास को दर्शाता है. बकौल शाह हैदराबाद में आईटी हब बनने की क्षमता है. इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास नगर निगम द्वारा किया जाना है, भले ही धन राज्य और केंद्र द्वारा दिया गया हो. उन्होंने टीआरएस और कांग्रेस को हैदराबाद नगर निगम की सबसे बड़ी बाधा करार दिया. 


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ओवैसी के लिए कड़ी चुनौती है बीजेपी 
मालूम हो कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के चुनाव में बीजेपी के जबरदस्त चुनाव प्रचार-प्रसार से यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. इन चुनावों के प्रति बीजेपी की गंभीरता से अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि पार्टी ने यहां पर जीत हासिल करने के लिए टॉप नेता मैदान में उतार दिए हैं. हैदराबाद नगर निगम चुनाव में बीजेपी की सक्रियता ओवैसी के लिए कड़ी चुनौती है. बता दें कि हैदराबाद निकाय के 150 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 1 दिसंबर को मतदान होंगे, जबकि मतगणना 4 दिसंबर को होगी.