Amroha: लंच बॉक्स में बिरयानी लाया बच्चा, भड़के प्रिंसिपल ने स्कूल से निकाला; उनकी बात सुनकर आपको भी आ जाएगा गु्स्सा
Amroha News: अमरोहा के इस प्राइवेट स्कूल में जब एक बच्चा अपने टिफिन के लंच बॉक्स में नॉन-वेज बिरयानी ले आया तो भड़के प्रिंसपल साहब ने स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया. प्रिंसिपल की बच्चे के मां-बाप को खूब खरी खोटी सुनाई. एक छोटे बच्चे के पैरेंट्स के साथ हुई बहस को सुनकर आपको भी अच्छा नहीं लगेगा.
Amroha School Viral Video: अमरोहा के एक स्कूल ने तीसरी क्लास के एक स्टूडेंट को स्कूल से महज इसलिए निकाल दिया, क्योंकि वो टिफिन में नॉनवेज (nonvej) लाया था. इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो वायरल हो रहा है. पश्चिमी यूपी के इस मामले में बात अमरोहा से निकलकर दिल्ली तक पहुंच गई. मुस्लिम बच्चे (Muslim student) की मां और स्कूल प्रिंसिपल की बहस के वीडियो (Amroha School Video) में देखा जा सकता है कि दोनों के बीच जोरदार गरमागरम बहस चल रही है.
प्रिंसपल ने खोया आपा
मुताबिक मामला हिल्टन कान्वेंट स्कूल का है. जहां नर्सरी में पढ़ने वाला एक मुस्लिम बच्चा कथित तौर पर अपने टिफिन में नॉन वेज लेकर आया था. जिसके बाद उसे प्रिंसिपल ने सस्पेंड कर दिया. बच्चे को काफी देर तक अकेले बिठा कर रखा गया और दोपहर में जाकर पेरेंट्स को स्कूल बुलाया गया. इस दौरान प्रिंसिपल अवनीश कुमार की अभिभावक से तीखी बहस हुई. प्रिंसिपल ने बहस में कई आपत्तिजनक बातें कहीं तो उन्हें खूब फटकार लगाई गई. इसके बाद बच्चे की मां ने प्रिंसिपल पर कई आरोप लगाए हैं.
शिक्षा मंत्री तक पहुंचा मामला
बच्चे की मां ने ज़ी न्यूज़ के स्टूडियो में आकर अपनी आपबीती सुनाते हुए अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मामला पुराना है. उन्होंने बच्चे को टिफिन में वेज बिरयानी यानी सोयाबीन मिली बिरयानी भेजी थी. इस शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम को लेकर मुस्लिम कमेटी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है. उन्होंने प्रिंसपल के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है.
वायरल वीडियो में प्रिंसिपल को कहते हुए सुना जा सकता है कि स्टूडेंट अक्सर लंच बॉक्स में नॉन वेज लाता है. उनके मुताबिक बच्चे ने अन्य छात्रों को भी नॉन वेज खिलाकर उनका धर्म बदलने और धर्मस्थल तोड़ने जैसी आपत्तिजनक बातें क्लास में कही थीं. वहीं, बच्चे की मां इन सभी आरोपों की नकार रहीं हैं. अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम लिखे गए पत्र की पूरे जिले में चर्चा है.