AMU harassment case: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइल्ड लाइफ साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर पीएचडी की एक छात्रा से अश्लील फेवपर मांगने का आरोप लगा है. बदायूं की रहने वाली इस छात्रा के मुताबिक, प्रोफेसर उस पर काफी समय से गंदी नजर रख रहे थे. जह उसने उनकी हरकतों को अनदेखा किया तो आखिर में थीसिस जमा करवाने के बदले उससे अश्लील डिमांड की गई. जब छात्रा ने इस बात का विरोध किया तो प्रोफेसर ने उसकी थीसिस जमा करने से इनकार कर दिया. इस मामले में अब यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.


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पुलिस कर रही जांच


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मानसिक उत्पीड़न से परेशान पीड़िता ने पुलिस के आलाअधिकारियों से ऑनलाइन शिकायत की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए अलीगढ़ पुलिस (Aligarh Police) ने छात्रा से संपर्क किया और महिला थाने में मामला दर्ज किया था. इस केस की जांच जारी है. अपनी एफआईआर में छात्रा ने बताया कि उसने 2017 में AMU में दाखिला लेने के बाद वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के इस आरोपी प्रोफेसर के अंडर में रिसर्च वर्क की शुरुआत की थी. 


छात्रा का आरोप


प्रोफेसर पर आरोप लगाने वाली छात्रा ने बताया कि थीसिस मंजूरी के लिए सर ने मुझसे सेक्सुअल फेवर मांगा था. जिसके लिए मैंने मना किया तो उन्होंने थीसिस को जमा करने से इनकार कर दिया. छात्रा के मुताबिक जब कुछ समय पहले उसने थीसिस जमा कराई थी. तब किसी ने भी कोई गलती नहीं बताई थी. लेकिन जब थीसिस प्रोफेसर ने देखी तब उन्होंने ये कहते हुए उसे रिजेक्ट कर दिया कि थीसिस सही नहीं है और इसलिए वो साइन नहीं करेंगे. 2 मई को छात्रा ने प्रोफेसर से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने उसके साथ अभद्रता की और अपने चैंबर से बाहर निकाल दिया. जिसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की थी.