अमरावती (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र की काफी हंगामेदार शुरुआत हुई है. खासकर पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और मौजूदा सीएम जगन मोहन रेड्डी के बीच जमकर तीखी नोकझोंक हुई. नायडू ने जगन पर हमला बोलते हुए उन्हें हाल ही में कालेश्वरम परियोजना के उद्घाटन के लिए तेलंगाना जाने के लिए दोषी ठहराया. उन्होंने कहा, जब हम आंध्र प्रदेश में पोलावरम प्रोजेक्ट पर ध्यान दे रहे हैं तो वहां जाने की क्या जरूरत है. इस पर जगन ने नायडू पर निशाना साधते हुए कहा, तब क्या आप गधे पाल रहे थे, जब तेलंगाना कालेश्वरम सिंचाई परियोजना पर काम कर रहा था.


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जल बंटवारे के मुद्दे पर गुरूवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा में खूब हंगामा हुआ. तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायकों ने जब अपने नेता के खिलाफ विवादित टिप्पणी पर विरोध जताया तो जगन ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ एक मुहावरा बोला और इसके इस्तेमाल में कुछ भी गलत नहीं है.


इस मौके पर जगन ने आंध्र प्रदेश के प्रति बड़ा दिल दिखाने को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की तारीफ की. उन्होंने कहा कि राव ने गोदावरी नदी का पानी साझा करने पर सहमति देकर बड़ा दिल दिखाया. गुरूवार को यहां शुरू हुए विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन प्रश्न काल के दौरान काफी हंगामेदार नजारा देखने को मिला. अंतर-राज्यीय नदियों के जल के बंटवारे के मुद्दे पर वाईएसआर कांग्रेस और विपक्षी तेदेपा के सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक देखने को मिली. नायडू पर तीखा हमला बोलते हुए जगन ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर तेदेपा प्रमुख न तो कर्नाटक में अलमट्टी बांध का निर्माण रोक सके और न ही तेलंगाना में कालेश्वरम परियोजना रोक सके.


151 vs 23
विधानसभा में जगन की पार्टी के पास 151 विधायक हैं. वहीं नायडू के 23 विधायक हैं. इस पर चुटकी लेते हुए जगन के विधायक कहते हैं कि नायडू के झूठे वादों के कारण उन्हें जनता ने 23 तक ला दिया है. अगर वह नहीं सुधरे तो 2024 तक इन्हें जनता एक अंक में ला देगी.