Diwali 2024: आर्थिक राजधानी मुंबई में बीते 48 घंटों में दो अलग अलग जगहों पर दिवाली को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध किया. कुछ दिनों पहले मुंबई में ही बकरीद पर ऐसे ही बवाल हुआ था. अब सवाल है कि दिवाली पर जो विरोध हो रहा है. क्या वो बकरीद पर हुए बवाल का बदला है? हम ये क्यों कह रहे हैं, चलिए आपको बताते हैं.


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दीपावली को लेकर पूरे देश में उत्साह है. लेकिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई नफरती एजेंडों का एपिसेंटर बन गया है. दीपावली से पहले हिंदू विरोधी टूलकिट गैंग एक्टिव है. अलग-अलग जगहों पर त्योहार के जश्न को मजहबी चोला पहनाने का ट्रेंड चल रहा है. कहीं आतिशबाजी करने पर युवकों की जमकर पिटाई की गई तो कहीं सोसायटी में लाइट जलाने पर आपत्ति जताई जा रही है.


अब सवाल है कि मुंबई में जो हो रहा है, क्या वो हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाने की कोशिश है? क्या एक बार फिर माहौल खराब करने की साजिश की जा रही है? या फिर दिपावली पर ये विरोध बकरीद में हुए बवाल का बदला है?


मुंबई में ये क्या हो रहा है?


हम ऐसा यूं ही नहीं कह रहे हैं. मुंबई के मीरा रोड इलाके में जहां पटाखा जलाने के लिए हिंदू युवक की पिटाई की गई. इसी साल जनवरी में बकरीद पर कुर्बानी को लेकर यहीं जबरदस्त बवाल हुआ था.


बता दें, यहां दो सोसाइटी में बकरे की कुर्बानी को लेकर बवाल हुआ था. सोसाइटी में रहने वाले मुस्लिम परिवार कुर्बानी देने के लिए दर्जनों बकरे लेकर पहुंचे थे. सोसायटी के लोगों ने उन्हें रोका, जिसके बाद बवाल हुआ और देखते-देखते दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग जमा हो गए.


जिस इलाके में जनवरी महीने में बकरीद पर विवाद हुआ, वहीं अब 10 महीने के बाद दीपावली को लेकर विरोध शुरू हो गया. परसों रात मीरा भयंदर रोड पर आतिशाबाजी कर रहे युवकों की पिटाई कर दी गई. आरोप मुस्लिम समुदाय के लड़कों पर लगा. पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है.


दिवाली की लाइट जलाने का विरोध


इस बीच सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मुस्लिम समुदाय का एक शख्स दो महिलाओं को दीपावली में लाइट जलाने का विरोध कर रहे हैं.


दावा है कि नवी मुंबई की तलोजा एरिया के हाउसिंग सोसायटी में हिंदू परिवार की कुछ महिलाएं, दीपावली पर लाइट जलाने के लिए इकट्ठा हुई थी. लेकिन ये बात कुछ मुसलमानों को नागवार गुजरी. लिहाजा ना सिर्फ हिंदू महिलाओं को लाइट जलाने से रोका गया बल्कि उनके साथ बदतमीजी भी की गई. 


मुंबई में जो हुआ वो हैरान करने वाला है. सरेराह पटाखा जलाने पर पीटा जा रहा है. सोसायटी के कॉमन एरिया में लाइट जलाने पर महिलाओं के साथ बदतमीजी की जा रही है. त्योहार मनाने से रोका जा रहा है. साफ है कि दीपावली से ठीक पहले कुछ नफरती गैंग एक्टिव हैं, जो दीवाली की मिठास को फीका करने में जुटे हैं.


लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ आवाज उठाने और कार्रवाई की मांग करने के बजाय मुस्लिम धर्मगुरु तौकीर रजा हिंदुओं को दिवाली पर ज्ञान दे रहे हैं कि रोशनी का त्योहार है पटाखे कम जलाएं.