नई दिल्ली: राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच जारी ट्विटर जंग को बढ़ावा देते हुए जेटली ने गुरुवार की शाम कई ट्वीट करके राहुल गांधी पर पलटवार किया. जेटली ने कहा कि पूरी तरह से हथियारों से लैस फाइटर जेट की कीमत मौजूदा सरकार में यूपीए सरकार के मुकाबले 20 प्रतिशत कम है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार जिस कीमत पर राफेल खरीदने के लिए तैयार थी, मोदी सरकार उससे 20 प्रतिशत कम कीमत पर राफेल खरीद रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी तरह उन्होंने नोटबंदी को लेकर राहुल गांधी की समझ पर सवाल उठाते हुए कहा, 'कम जानकारी खतरनाक होती है. राहुल गांधी जब ये कल्पना करते हैं कि नोटबंदी से एनपीए होल्डर्स को फायदा पहुंचा, तो वो भूल जाते हैं कि मोदी सरकार ने आईबीसी को अमलीजामा पहनाया, जिससे एनपीए डिफाल्टर्स को अपनी कंपनियां खोनी पड़ीं.'


राहुल ने की जेपीसी की मांग 
इससे पहले राहुल गांधी ने बुधवार की शाम और गुरुवार की सुबह ट्वीट करके राफेल डील को लेकर अरुण जेटली पर निशाना साधा था और इस मुद्दे पर जेपीसी गठित करने की मांग की थी. इससे पहले जेटली ने बुधवार को ट्वीटर पर राहुल गांधी से 15 सवाल पूछे थे. उन्होंने कहा था कि कहा था कि इस बारे में राहुल गांधी की समझ बहुत कम है. जेटली ने राफेल डील को लेकर राहुल गांधी के बारे में कहा, 'मैं लगभग 500 दे रहा था, आपने लगभग 1600 दिए हैं. यह तर्क दिया जा रहा है. यह दिखाता है कि उन्हें कितनी कम समझ है.' 


वित्त मंत्री के 15 सवालों के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन होना चाहिए. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'श्रीमान जेटली, ग्रेट राफेल रॉबरी की ओर देश का ध्यान एक बार फिर दिलाने के लिए धन्यवाद.'