असदुद्दीन ओवैसी ने फिर दी NRC मुद्दे को हवा, किया ये भड़काने वाला ट्वीट
बिहार विधान सभा चुनाव में 5 सीट जीतने से गदगद AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) एक बार फिर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) के मुद्दे पर वापस आ गए हैं. ओवैसी ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि देश में NPR लागू करने की कोशिश की गई तो वह फिर से आंदोलन शुरू कर देंगे.
हैदराबाद: बिहार विधान सभा चुनाव में 5 सीट जीतने से गदगद AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) एक बार फिर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) के मुद्दे पर वापस आ गए हैं. मुसलमानों को भड़काते हुए ओवैसी ने कहा कि देश में नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर ( NPR) तैयार करना NRC बनाने की दिशा में पहला कदम होगा. यदि NPR बन गया तो देश में 'संदिग्ध नागरिकों' की सूची भी बना ली जाएगी.
ओवैसी ने NPR-NRC के खिलाफ भड़काऊ ट्वीट किया
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कहा कि NPR तैयार करना NRC बनाने की दिशा में पहला कदम होगा. देश में इस तरह की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं होनी चाहिए जिससे यहां के गरीब लोग संदिग्ध नागरिकों की श्रेणी में आ जाएं. ओवैसी ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि NPR बनाने का शिड्यूल फाइनल किया गया तो उसके विरोध में दोबारा से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा.
अवैध विदेशियों की पहचान के लिए बनना है NPR
बता दें कि देश में अवैध रूप से घुसे बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं और अन्य विदेशियों की पहचान के लिए सरकार देश में NPR तैयार करना चाहती है. जिसका ओवैसी और कई दूसरे मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं. उनका आरोप है कि NPR के बहाने सरकार मुसलमानों को 'संदिग्ध नागरिकों' की नागरिकों की सूची में डालकर उनकी नागरिकता छीन लेना चाहती है.
पिछले साल CAA-NRC के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे मुसलमान
सरकार ने पिछले साल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को शरण देने के लिए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू किया तो ओवैसी समेत देश भर के मुस्लिम संगठन सड़कों पर उतर आए थे. उनका तर्क था कि सरकार ने पड़ोसी देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाईयों को इस कानून में शामिल किया गया है लेकिन पड़ोसी देशों के बहुसंख्यक मुसलमानों को जानबूझकर छोड़ दिया गया.
सुप्रीम कोर्ट भी नहीं खुलवा पाई थी शाहीन बाग की सड़क
मुस्लिम संगठनों ने इस मुद्दे पर देश भर में प्रदर्शन कर कई जगहों पर हिंसा भी की थी. इनमें शाहीन बाग की सड़क पर चला प्रदर्शन भी शामिल था, जिसे सुप्रीम कोर्ट भी खुलवा पाने में नाकाम रही थी. यूपी में CAA विरोध के नाम पर दंगों को योगी सरकार ने सख्ती के कुचल दिया था. सरकार ने न केवल दंगाइयों के पोस्टर चौराहों पर सार्वजनिक रूप से चस्पा किए बल्कि उनसे बलपूर्वक संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी की.
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मुसलमानों का एकमात्र नेता बनने की ओवैसी की पुरानी कसक
सरकार के सख्त रूख और कोरोना संक्रमण के कारण ये प्रदर्शन मार्च में थमने शुरू हो गए थे. लेकिन बिहार चुनाव में शानदार जीत से उत्साहित असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर मुसलमानों को CAA-NRC के नाम पर भड़काने में जुट गए हैं. उनका ताजा ट्वीट इसी नीति का एक हिस्सा माना जा रहा है. ऐसा करके वे मुसलमानों का एकमात्र नेता बनने की पुरानी कसक को पूरा करना चाहते हैं.
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