नई दिल्लीः दुनिया के बेहतरीन इमारत और अजूबों में से एक ताजमहल के ऊपर कम ऊंचाई से ड्रोन आदि के उड़ान भरने पर रोक है. वहीं, पिछले दिनों ताजमहल (Taj Mahal) के ऊपर से एक विमान के उड़ान भरने का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद हड़कंप मच गया. अब इस मामले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) से रिपोर्ट तलब की है.


वीडियो वायरल


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बता दें कि वीडियो में एक विमान को ताजमहल (Taj Mahal) के करीब से उड़ते हुए देखा जा सकता है. यह 16 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर मुगल बादशाह शाहजहां के 367 ‘उर्स’ के दूसरे दिन सामने आया. 3 दिवसीय उर्स रविवार से शुरू हुआ है.


शाहजहां के उर्स का दूसरा दिन


शाहजहां के उर्स के दूसरे दिन सोमवार दोपहर करीब 3 बजे लोग तहखाने में प्रवेश के लिए कतार में बैठे थे. इस बीच पश्चिमी किनारे पर यमुना की ओर बेहद नीचे उड़ान भरता विमान का शोर सुनाई दिया. इसे देखकर लोग चौंक गए. यह विमान श्मशान घाट की तरफ उड़ान भरता हुआ निकल गया.


ASI ने मांगी रिपोर्ट


इस बार में ASI के आगरा सर्कल के अधीक्षक पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने कहा कि हमने विमान के वीडियो के संदर्भ में CISF अधिकारियों से लिखित में रिपोर्ट मांगी है. इस बारे में रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद जानकारी देंगे.



आसपास ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित


बता दें कि ताजमहल (Taj Mahal) की 500 मीटर परिधि में ड्रोन उड़ान प्रतिबंधित है. हालांकि, ताजमहल का कितना इलाका 'नो फ्लाइंग जोन' है. इसका ब्यौरा किसी के पास नहीं है. वर्ष 2017 में गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग से रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में 3 हजार फुट की ऊंचाई तक नो फ्लाइंग जोन और 2 हजार मीटर की परिधि में रेगुलेटेड जोन बनाने पर विचार हुआ था, लेकिन इसकी अधिसूचना जारी नहीं की गई.


(इनपुट-भाषा)
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