गुवाहाटी: असम में ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी ने अपना विरोध बढ़ा दिया है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता और नेताओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में ममता का पुतला फूंका गया. इसके साथ ही असम में ममता के आने पर प्रतिबन्ध की मांग भी की गई.


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देश में छठे चरण का मतदान 12 मई को बिहार, हरियाणा, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में होने जा रहा है. छठे चरण का चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम थम भी गया, लेकिन इस दौरान सबसे ज्‍यादा हिंसा पश्चिम बंगाल में हुई है. पश्चिम बंगाल में छठे चरण के चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष और असम के मंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के काफिले पर पूर्व मेदनीपुर जिला में तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने पथराव कर न केवल गाड़ियों की तोड़फोड़ की, बल्कि बीजेपी के नेताओं पर हमला भी बोला. इस दौरान सीआरपीएफ के जवानों को तृणमूल के हिंसा पे उतारू समर्थकों, कार्यकर्ताओं ने घटना स्थल तक पहुँचने से बाधित किया.


सीआरपीएफ के दखल के बाद पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष और असम के मंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा को बचा कर सुरक्षित स्थान भेजा गया. हालाँकि अगले दिन कोलकाता में चुनाव आयोग से कड़ी करवाई की मांग करते हुए पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेताओं ने शिकायत दर्ज करवाई. असम में अब बीजेपी समर्थक ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है. राज्य में ममता बनर्जी का पुतला फूंका जा रहा है. ममता बनर्जी के असम आने पर बीजेपी और समर्थकों ने सार्वजनिक तौर पर निषेध घोषित करने की मांग की है.  


पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया के 34 साल के शासनकाल का अंत 2011 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी के हाथों हुआ था.