SOP for Masjid Imam and Madrasa Teachers: असम में पिछले 2 महीने से जारी ऑपरेशन में पुलिस ने कुछ मस्जिदों के कई इमामों और मदरसों के शिक्षकों को आतंकी मॉड्यूल में शामिल होने की वजह से गिरफ्तार किया है. इसके बाद असम सरकार ने मस्जिदों और मदरसों के लिए कड़े कदम उठाए हैं, जिसके तहत इमाम और मदरसा शिक्षकों के रिक्रूटमेंट के लिए  Special Operating Procedure यानी SOP बनाया जा रहा है.


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पुलिस को देनी होगी नए इमाम और शिक्षक की जानकारी


असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने राज्य के सभी मुसलमानों से अपील की है कि अगर उनके इलाके के मस्जिद कोई नया इमाम या मदरसे में नया शिक्षक आता है तो उसकी सूचना पुलिस को जरूर दें. पुलिस उनके बैकग्राउंड की जांच करेगी और वेरिफिकेशन करेगी.


रिक्रूटमेंट की जानकारी के लिए बनाया जा रहा पोर्टल


इसके साथ ही एक पोर्टल भी बनाया जा रहा है, जहां पर गैर-सरकारी मदरसे के शिक्षक और मस्जिदों के इमामों के रिक्रूटमेंट के बारे में जानकारी दर्ज कराना जरूरी होगा. लेकिन, पोर्टल में सिर्फ बाहर आने वाले इमाम या मदरसा शिक्षक के बारे में ही सूचना रजिस्टर करना जरूरी होगा. हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि अभी भी ऐसे पांच जिहादी या आतंकी के देश में छुपे होने की खबर है. उन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन जारी है.


अब तक पकड़े जा चुके हैं 30 सदस्य


पुलिस ने असम के गोलपारा जिले से शनिवार शाम को दो इमामों को गिरफ्तार किया था, जिनके अलकायदा भारतीय उपमहाद्वीप (AQIS) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) से जुड़े होने के सबूत मिले हैं. बताया जा रहा है कि दोनों असम में अलग-अलग आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा भी थे, जिनका पिछले महीने भंडाफोड़ हुआ था. रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक ग्रुप के अब तक 30 सदस्य असम के अलग-अलग हिस्सों से पकड़े जा चुके हैं.



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