Supriya Srinet Video Message to Congress Workers: देश के तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार के बाद से कांग्रेसी खेमे में निराशा पसरी हुई है. इस मायूसी को दूर करने के लिए कांग्रेस ने सोमवार को वीडियो मैसेज जारी किया. इस वीडियो में पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों से मायूसी छोड़ने और चार बातों पर खास ध्यान देने को कहा.


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'मायूसी छोड़िए, हौंसले बुलंद कीजिए' 


 सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'यह संदेश उन सभी लोगों के लिए जो या तो कांग्रेस कार्यकर्ता हैं या कांग्रेस की विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं. वे सोशल मीडिया में हो सकते हैं, वे वॉलंटियर्स हो सकते हैं या वह प्रभुत्व वर्ग हो सकता है, जिन्हें लगता है कि यह लड़ाई लड़नी जरूरी है. हार से थोड़ी- बहुत मायूस होना स्वाभाविक है. लेकिन अपनी मायूसी को छोड़िए और अपने अपने हौंसले को बुलंद कीजिए.'


'तेलंगाना में जीत छोटी बात नहीं'


कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'कुछ बातें जानना आप याद रखना बहुत जरूरी है. पहली बात, तेलंगाना में क्षेत्रीय दल को हराकर चुनाव जीतना कोई छोटी बात नहीं है. यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. इसे कम मत मानिए.' 



सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, दूसरी बात, 'अगर चारों राज्यों के वोट गिने जाएं तो कांग्रेस को बीजेपी की तुलना में 10 लाख ज्यादा वोट मिले हैं. मतलब ज्यादा हमारी बात से सहमत हैं और हमारी विचारधारा में यकीन रखते हैं.' 


'बीजेपी के बराबर मिला वोट शेयर'


उन्होंने कहा, 'तीसरी बात, कांग्रेस को इन चारों राज्यों में औसतन 40 प्रतिशत वोट मिला है, जो बीजेपी के आसपास है या बराबर है.' 


वे बोलीं, 'चौथी बात. यह बात वर्ष 2003 जब हम मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव हार गए थे लेकिन इसके अगले साल ही हमने केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनाई थी. तो वक्त बदलता है और उसे ऐसा करते हुए वक्त नहीं लगता. इसलिए मायूसी छोड़िए और हौंसला रखिए. इस लड़ाई को पूरी शिद्दत से लड़ना है.' 


'सत्य और साहस की होगी जीत'


'बहुत सारे लोग आज आपको ज्ञान देंगे. वे आपको हतोत्साहित करेंगे. ऐसे में आप उनके ये सब आंकड़े दिखाइए. बताइए कि लोगों का विश्वास है, जो हमें ताकत देता है. एक बात याद रखिए, आखिर में जीत तो सत्य और साहस की ही होती है. इसलिए लड़ेंगे और जीतेंगे. हम 2024 की निर्णायक लड़ाई ज़रूर जीतेंगे.' बताते चलें कि कांग्रेस इन चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव हार गई है. हालांकि तेलंगाना में जीत से उसे कुछ सांत्वना जरूर मिली है.