Umesh Pal murder case: उमेशपाल हत्याकांड के अपराधियों को धर-दबोचने में उत्तर प्रदेश पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. उसके भाई अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. इस बीच खबर सामने आई है कि अतीक अहमद का तीसरे नंबर का फरार बेटा पुलिस की पकड़ में आते-आते रह गया.  


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उमेशपाल हत्याकांड में अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर यूपी पुलिस की अलग-अलग टीमें कई राज्यों में छापेमारी कर रही हैं. इसी दौरान पुलिस को खबर मिली थी कि अतीक का बेटा असद दिल्ली में छिपा हुआ है. जब तक पुलिस असद के ठिकाने पर पहुंचती वह फरार हो गया. उमेशपाल हत्याकांड के पांचों शूटर पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर हैं.


उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू और साबिर घटना के बाद से फरार हैं. पांचों की तलाश में पुलिस की 28 टीमें लगातार छापेमारी कर रही है. उधर, माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज ले जा रही उत्तर प्रदेश पुलिस के वाहनों का काफिला सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की सीमा में प्रवेश कर गया.


रविवार शाम अहमदाबाद की साबरमती केंद्रीय जेल से निकलने के कुछ घंटे बाद काफिले ने राजस्थान की सीमा से मध्य प्रदेश में प्रवेश किया था. शिवपुरी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘अहमद को ले जा रही उत्तर प्रदेश पुलिस का काफिला झांसी जिले में प्रवेश करने से पहले सोमवार सुबह करीब सात बजे थोड़ी देर के लिए मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खराई में रुका, ताकि अहमद शौच कर सके. सुबह करीब नौ बजे काफिला उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में दाखिल हुआ.’’


जब सफेद पगड़ी पहने अहमद पुलिस वैन से नीचे उतरा तो पत्रकारों ने उससे पूछा कि क्या वह ‘‘डर’’ रहा है तो उसने जवाब दिया ‘‘काहे का डर.’’ इसके तुरंत बाद पुलिसकर्मी उसे पत्रकारों से दूर ले गए. गौरतलब है कि अहमदाबाद में साबरमती केंद्रीय जेल से रविवार शाम बाहर निकलने के बाद अहमद ने आशंका जताई थी कि उसकी हत्या की जा सकती है.


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(एजेंसी इनपुट के साथ)