अयोध्या में दीपोत्सव पर 55 घाटों पर 25,12,585 जले दीये, जानें कैसे हुई इन दीयों की गिनती?
Ayodhya Deepotsav: इस साल 22 जनवरी को रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव अयोध्या में मनाया गया. दीपोत्सव कार्यक्रम में सरयू नदी के किनारे 25,12,585 दीयों की रोशनी से पूरा अयोध्या एक अलग रंग में दिखा, अब आप सबके मन में होगा आखिर कैसे इतने लाख दीयों की गिनती हुई होगी. किसने काउंट किया होगा कि 55 घाट पर 25,12,585 दीये जले तो आइए हम आपको बतातें हैं.
Guinness World Records In Ayodhya Deepotsav: अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बुधवार को आठवें दीपोत्सव के अवसर पर दो विश्व रिकॉर्ड बने. एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा आरती करने और सबसे अधिक दीये जलाने के दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बनाए गए. पवित्र शहर में सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी सहित 55 घाटों पर दो रिकॉर्ड बनाए गए, जहां 25 लाख से ज़्यादा मिट्टी के दीये एक साथ जलाए गए और 1,121 'वेदाचार्य' (धार्मिक ग्रंथों के शिक्षक) ने एक साथ 'आरती' की.
1,121 वेदाचार्य एक ही रंग के परिधान में गाए आरती
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद इस पहले दीपोत्सव पर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने अनूठी पहल की. पहली बार 1,121 वेदाचार्यों ने एक साथ सरयू नदी की आरती की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार शाम सरयू माता (नदी) की आरती की. इस मौके पर 1,121 वेदाचार्य एक ही रंग के परिधान में एक स्वर में आरती करते रहे.
25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाए गए
दीप प्रज्ज्वलन का समय शुरू होते ही 'श्री राम जय राम जय जय राम' के जयघोष के साथ एक-एक कर 25 लाख 12 हजार 585 दीप जलाए गए. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या 'जय श्री राम' के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि की ओर से ड्रोन की गणना के उपरांत यह जानकारी दी गई.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स पर सीएम ने दी बधाई
इससे पहले साल दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र सौंपे जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समूची अयोध्या, प्रदेशवासियों व देशवासियों का अभिवादन किया. इस अविस्मरणीय, अद्भुत उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को शुभकामनाएं दीं. वर्ष 2017 में दीपोत्सव के सृजनकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर हर दिल में उतर गए. अयोध्या से अपनी गोरक्षपीठ के प्रगाढ़ रिश्तों को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने इसे अनवरत जारी रखा. योगी के पहले और दूसरे कार्यकाल में दीपोत्सव का यह आयोजन समृद्ध से समृद्धतम होता रहा.
2017 से दीयों की बढ़ती गई संख्या
बयान के मुताबिक 2017 में अयोध्या में 1.71 लाख, 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख व 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख, 2023 में 22.23 लाख दीप प्रज्ज्वलित कर रिकॉर्ड बना. इस बार 25.12 लाख से अधिक दीप प्रज्जवलित किए गए.
दीयों की गिनती कैसे हुई?
सभी के दिमाग में यह बात होगी कि इन दीयों की गिनती कैसे हुई तो आइए आपको बताते हैं. दीयों की गिनती ड्रोन के जरिए की गई. ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के निर्णायक प्रवीण पटेल ने बुधवार शाम को नए रिकॉर्ड की घोषणा की, जहां वे ‘गिनीज कंसल्टेंट’ निश्चल भरोट के साथ सत्यापन के लिए आए थे.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को किसने किया सत्यापित
पटेल ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और सरयू आरती समिति सबसे अधिक 1,121 लोगों द्वारा आरती करने के लिए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के खिताब धारक हैं. आप सभी को बधाई हो।’’ दूसरे रिकॉर्ड के बारे में गिनीज निर्णायक दल ने कहा, "कुल 25,12,585 दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, सबसे अधिक दीयों के एक साथ प्रज्वलन के लिए नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के खिताब धारक हैं."
पटेल ने कहा कि वह एक नहीं बल्कि दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ खिताबों को सत्यापित करके "बहुत प्रसन्न" हैं - एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती और दूसरा सबसे अधिक दीयों का प्रज्वलन. उन्होंने कहा कि 'एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती एक बिल्कुल नया रिकॉर्ड है जबकि दीयों के प्रज्वलन का मौजूदा रिकॉर्ड 22 लाख 23 हजार 676 (22.23 लाख) दीये का था. पटेल ने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि हमारे पास संख्या हो, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप दिशा-निर्देशों का पालन करें." उन्होंने कहा, ‘‘आपने दोनों रिकॉर्डों के लिए दिशा-निर्देशों का पालन किया है.’’ इनपुट भाषा से भी