'नींद, मिट्टी की महक, सब्जे की ठंडक; मुझ को अपना घर बहुत याद आ रहा है', ये लाइन अब्दुल अहद साज साहब की है. इस शायरी का मर्म वो लोग ज्यादा समझ पाएंगे, जो घर से दूर कहीं अपनों के लिए नौकरी कर रहे हैं, पसीना बहा रहे हैं. ज्यादातर लोगों के लिए घर वो जगह है, जहां पहुंचकर सदियों की थकान दम तोड़ देती है. आज इस महंगाई के जमाने में खुद का घर बनाना किसी जंग को जीतकर साम्राज्य खड़ा करने जैसा है! कई बार आपने लोगों को सोशल मीडिया पर घर की खूबसूरत तस्वीरों को शेयर कर कैप्शन में इमोशनल लाइनें लिखते देखी होंगी. ऐसी पोस्ट पर अपनी डिजिटल मौजूदगी दर्ज कराते हुए उनके फ्रेंड्स तारीफों के पुल बांध देते हैं, लेकिन जब यही काम उत्तर प्रदेश के एक ब्लॉक प्रमुख ने किया तो उन्हें तंज के तीरों का सामना करना पड़ा. आसान भाषा में कहें तो उन्हें ट्रोल कर दिया गया.


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ब्लॉक प्रमुख हुए ट्रोल


मामला बाराबंकी जिले का है, जहां त्रिवेणीगंज के ब्लॉक प्रमुख सुनील सिंह रहते हैं. सुनील सिंह ने अपने घर की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए, एक कविता लिखी. इसमें हैशटैग दिया '#मेरा_गांव_मेरी_जन्नत.' फोटो वायरल हुई, जिसके बाद कुछ लोगों ने सुनील सिंह को ट्रोल कर दिया. एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि बहुत बढ़िया कोठी है, उम्मीद है, अपनी तनख्वाह से ही बनवाई होगी! उनकी पोस्ट पर इस तरह के कुछ कमेंट देखने को मिले.



सुनील सिंह ने रखी पार्टी


इसके बाद सुनील सिंह ने एक और ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि 10 दिन पहले मैंने गांव की संस्कृति के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए ट्वीट किया था, लेकिन कुछ लोगों की प्रतिक्रिया ने निराश कर दिया. लोग कहने लगे कि ये इसी बहाने से अपना घर दिखा रहे हैं. वहीं किसी ने कहा- जनता को लूट कर महल बना लिया. हालांकि, कुछ लोगों को यह पोस्ट खूब पसंद भी आई. सुनील सिंह ने आगे लिखा कि 31 दिसम्बर को एक आयोजन कर रहा हूं और उसमें आप सभी आमंत्रित हैं. उन्होंने पूरा मन्यू भी शेयर कर दिया. अब सुनील सिंह का जवाब भी काफी वायरल हो रहा है.